“अपनी गौरवमयी अन्तर्राष्ट्रीय पहचान संजोये नालंदा जिले के अध्यात्मिक, धार्मिक, पौराणिक पर्यटन नगरी राजगीर की मनोरम वादियों में शुरु इस बार का मलमास मेला कई मायनों में महत्वपूर्ण है।”
-: मुकेश भारतीय :-
इस बार शासन-प्रशासन ने मेला को यादगार बनाने के लिये पूरी ताकत झांक दी है। डीएम और एसपी खुद मेले का पल-पल जायजा ले रहे हैं। इस मेला को देर से ही सही राजकीय दर्जा मिलना और पहली बार सीएम नीतिश कुमार के हाथों निरीक्षणोपरांत उद्घाटित होना भी अलग मायने रखता है।
इसे कोई भी अपने एन्ड्रायड, एप्पल, आइओएस आदि सेट में आसानी से डाउनलोड कर इंस्टाल कर सकता है। जीओ सिक्यूरिटी भी इस एप्प को ग्रीन एक्सेप्ट करती है।
ब्रह्मकुंड मंदिर की आकर्षक छवि लिये इस एप्प की शुरुआत ‘मे आई हेल्प यू’ से होती है। इस मीनू के अन्तर्गत टॉल प्री नंबर के साथ कंट्रोल रुम, कमिटि, डॉक्टर, पुलिस, एडमीनीस्ट्रेशन, कॉनटेक्ट अस की डिटेल दी गई है। जोकि मेला की शासकीय व्यवस्था से संपर्क कराती है।
टूरिज्म प्लेस ब्लॉक में पर्यटन स्थलों की सूची है। जिसे 10 सर्किट में विभक्त किया गया है। राजगीर सर्किट, नालंदा सर्किट, पावापुरी-गिरीयक सर्किट, बिहारशरीफ सर्किट, हिलसा सर्किट, बौद्ध सर्किट, जैन सर्किट, हिन्दू सर्किट एवं सूफी सर्किट का जिक्र है।
राजगीर सर्किट में अजातशत्रु किला, वेणुवण, पांडु पोखर, जापानी मंदिर, अन्तर्राष्टीय कन्वेंशन सेंटर, वीरायतन, गर्म कुंड (तपोदारामा)मखदूम कुंड, सरस्वती नदी, वैतरणी घाट, जरादेवी मंदिर, मनियार मठ, मृग विहार, सोन भंडार गुफाएं, जरासंध का अखाड़ा, जयप्रकाश उद्यान, बिम्बिसार काकारागार, रथ चक्का तथा शंख लिपि, जीवक का आम्र उद्यान, आकाश रज्जू मार्ग, विश्व शांति स्तूप, गृद्धकूट पर्वत, घोड़ा कटोरा जलाशय, साइक्लोपियन दीवार, सप्तपर्णी गुफा, श्री दिगम्बर जैन मंदिर,वर्मीज मंदिर, श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर की सचित्र जानकारी है।
नालंदा सर्किट के अन्तर्गत प्राचीन नालंदा विश्वविदियालय के भग्नावेश, नालंदा संग्रहालय, ब्लैक बुद्धा, ह्वेनसांग मेमोरियल हॉल, पुष्पकर्णी तालाब, बड़गांव सूर्य मंदिर, कुंडलपुर, नव नालंदा विहार, रुकमीणी स्थान, चंडीमौ, सिलाव, सिलाव खाजा, जुफारडीह स्तूप, तेलहाड़ा को उकेरी गई है।
पावापुरी-गिरीयक सर्किट में पावापुरी जल मंदिर, दिगम्बर जैन मंदिर, गांव मंदिर, समवसरण जैन मंदिर, सारिपुत्र परिनिर्वाण स्तूप क्षेत्र से जुडी सूचनाएं हैं।
बिहारशरीफ सर्किट में बड़ी दरगाह एवं खानकाह, बाबा मणिराम अखाड़ा, शीतला मंदिर मघड़ा, मल्लिक इब्राहिम बयों का मकबरा, मोरा तालाब, तेतरावां का उल्लेख है। हिलसा सर्किट के तहत तेल्हाड़ा, औंगारी धाम, लाल किला एवं भूल-भूलैया, बेशबक, आतमा का संक्षिप्त जिक्र है।
बौद्ध सर्किट में वेणुवण, जापानी मंदिर, विशव शांति स्तूप, गृद्धकूट पर्वत, वर्मीज मंदिर, नालंदा संग्रहालय, ब्लैक वुद्धा, ह्वेनसांग मेमोरियल हॉल, सारिपुत्र परिनिरवाण स्तूप क्षेत्र, तेतरावां को स्थान मिला है।
जैन सर्किट में मनियार मठ, श्री दिगम्बर जैन मंदिर, श्री जैन श्वेताम्बार मंदिर (नौलखा मंदिर), कुण्डलपुर जल मंदिर, दिगम्बर जैन मंदिर, गांव मंदिर, समवसरण जैन मंदिर को जोड़ा गया है।
हिन्दू सर्किट में गर्म कुंड(तपोदारामा), जरा देवी मंदिर, बड़गांव सूर्य मंदिर, रुकमीणी स्थान, बाबा मणिराम अखाड़ा, शीतला मंदिर मघड़ा, मोरा तालाब, औंगारी धाम, आतमा, मलमास मेला, श्रावणी मेला, सूर्य महोत्सव की जानकारी है।
वहीं सूफी सर्किट में बिहारशरीफ स्थित बड़ी दरगाह एवं खानकाह एवं मल्लिक इब्राहिम बयों का मकबरा रखा गया है।
पूजा सेड्यूल ब्लॉक में 16 मई,2018 से 13 जून, 2018 तक आयोजित राजकीय मलमास मेला दैनिक कार्यावली अंकित है। इसमें श्रद्धालु-पर्यटकों को मेला के मांगलिक कार्यक्रमों की तिथि व समय की जानकारी दी गई है।
एप्प के चौथे टॉयलेट ब्लॉक के जरिये मेला में सरकारी तौर पर कहां-कहां शौचालयों एवं मूत्रालयों की व्यवस्था है, उस स्थान को नाम के साथ गूगल मैप के जरिये बखूबी दर्शाया गया है।
सबसे बड़ी बात कि एकोमोंडेशन ब्लॉक में राजगीर के होटल्स और सरकारी रैन बसेरो का जिक्र किया गया है। वहीं, मेडिकल कैंप ब्लॉक में स्वास्थ्य व्यवस्था की डिटेल डाली गई है कि कहां-कहां आपातकालीन हेल्थ सेवाएं उपलब्ध है।
फेयर एंड चार्ट ब्लॉक में यात्री वाहन भाड़ा की जानकारी दी गई है, ताकि श्रद्धालु-पर्यटकों का शोषण न हो। रेक्यूएशन ब्लॉक में मेला में आकस्मिक घटनाएं न हो, इसके लिये जरुरी एहतियात ‘क्या करें-क्या न करें’ की सूचना हैं।
अगर आपको मेला भ्रमण के दौरान कोई शिकायत हो या अपनी राय या जानकारी देना चाहते हैं तो कंप्लेन-फीडबैक ऑप्शन का बखूबी इस्तेमाल कर सकते हैं।
राजगीर मलमास मेला एप्प को क्रिएट करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले जिला प्रशासन के आईटी इन्चार्य आशीष कुमार बताते हैं कि एप्प को और भी जनोपयोगी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। लोग कंप्लेन-फीडबैक ऑप्शन से अपनी राय और जानकारी दे सकते हैं। कहीं कोई त्रुटियां है तो नीजि तौर पर सुधार सूचनाएं सादर आमंत्रित है। उनका लक्ष्य है कि यह एक बेहतर एप्प में शुमार हो।