“बाढ़ कोर्ट की बजाय दिल्ली साकेत कोर्ट में सरेंडर करने के ठीक पहले मोकामा विधायक अनंत सिंह ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि एनटीपीसी में सांसद ललन सिंह, मंत्री नीरज कुमार, सांसद आरसीपी सिंह और उनकी पुत्री बाढ़ एएसपी लिपि सिंह ने एक बैठक कर शाजिस रची है……………..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। एक बतौर एएसपी आज दिल्ली साकेत कोर्ट में लिपि सिंह जिस तरह विधायक अनंत सिंह को ट्रांजिट रिमांड पर लेने पहुंची, उस पर एक बड़ा विवाद छिड़ गया है। सियासी हमले भी तेज हो गए हैं। विपक्ष जदयू पर हमलावर है तो सत्तारुढ़ जदयू बिल्कुल असहज नजर आ रही है।
दरअसल, बाहुबली विधायक अनंत सिंह का ट्रांजिट रिमांड लेने के लिए बाढ़ की एएसपी लिपि सिंह दिल्ली के साकेत कोर्ट पहुंची। लेकिन जिस गाड़ी से लिपि सिंह साकेत कोर्ट पहुंची अब उसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। लिपि सिंह जिस गाड़ी में बैठकर साकेत कोर्ट पहुंची थीं। उसपर जदयू एमपी का स्टीकर लगा था ।
लिपि सिंह जिस कार में बैठकर दिल्ली के साकेत कोर्ट पहुंचीं थी, वह कार जदयू एमएलसी रणवीर नंदन की थी। जिस पर एमपी स्टिकर लगा था।
ऐसे में विपक्ष का कहना है कि लिपि सिंह अनंत सिंह मामले की जांच अधिकारी हैं। ऐसे में वो कैसे किसी सत्ताधारी नेता की गाड़ी का इस्तेमाल कर सकती हैं। विपक्ष का कहना है कि इससे साबित होता है कि लिपि सिंह जदयू के इशारे पर अनंत सिंह पर कार्रवाई कर रही हैं।
बहरहाल इस मामले में जदयू नेता सफाई देने से बच रहे हैं। हालांकि जदयू नेताओं का कहना है कि लिपि सिंह के पिता आरसीपी सिंह सत्तारुढ़ जदयू राज्य सभा सदस्य हैं।
ऐसे में वह एमपी अपने पिता की गाड़ी में जा सकती हैं। लेकिन एमएलसी की गाड़ी पर एमपी के स्टीकर पर जदयू के लोग चुप्पी साध रहे हैं
उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने लिपि सिंह के एक एमपी स्टिकर लगे हुए गाड़ी से एक पुलिस अधिकारी के कोर्ट जाने को गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा कि इससे अनंत सिंह को फ़ंसाने की साज़िश का पर्दाफाश होता है।