इसी बीच गुरुवार की शाम लगभग 4 बजे खदान में डूबी हुई बच्ची का शव अपने आप पानी के ऊपर तैरने लगा। सत्तर घंटे के इंतेजार के बाद जब बच्ची का शव पानी से निकला तो ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया और ग्रामीण प्रशासन पर टूट पड़े ।
इस दौरान पुलिस पब्लिक के बीच भिड़ंत की नोबत आ गयी, मातमी सन्नाटा आक्रोश में तब्दील हो गया।आक्रोशित ग्रामीणों ने सरिया घटनास्थल पर पहुंची सरिया पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। आत्मरक्षार्थ पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। थोड़ी देर तक यहाँ तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गयी लेकिन पूर्व विधायक बिनोद सिंह, स्थानीय मुखिया पति सदाक़त अंसारी समेत अन्य कई लोगों के समझाने बुझाने पर यह मामला शांत हुआ।
समाचार लिखे जाने तक घटनास्थल से परिजन शव को अपने घर ले गए थे। वहीं पुलिस प्रशासन आगे की कार्रवाई की तैयारी में जुटी थी।