पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। आसन्न लोकसभा चुनाव-2024 में वोटों की गिनती के दौरान वोटर वैरिफाइड पेपर आडिट ट्रेल (वीवीपैट) से निकली सभी पर्चियों की गिनती नहीं होगी। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों की मांग को ठुकरा दिया है।
आयोग का तर्क है कि वीवीपैट की सभी पर्ची को गिनने का मतलब है कि मतदान को फिर से पुरानी परंपरा की और वापस ले जाना। इस व्यवस्था में मानवीय भूल होने की संभावना भी अधिक रहती है जिसका सीधा असर चुनाव परिणाम पर पड़ सकता है।
साथ ही इस प्रक्रिया में काफी समय लगेगा और इसमें खर्च भी अधिक होगा। वर्तमान में प्रत्येक वीवीपैट विधानसभा के पांच पोलिंग बूथ का चयन रैंडम तरीके से किया जाएगा और इनके वीवीपैट की पर्ची की गिनती कर इसका मिलान ईवीएम में डाले गए वोट से किया जाएगा।
अगर दोनों का मिलान सही पाया गया, तो मतगणना सामान्य तरीके से होगी। यह प्रक्रिया अनिवार्य रूप से सभी लोकसभा क्षेत्रों की गणना में अपनानी होगी।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव-2015 में इसका प्रयोग प्रत्येक जिले के एक-एक विधानसभा में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर किया गया था। इसके बाद इसका उपयोग लोकसभा और विधानसभा चुनाव में किया जाने लगा।
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