एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क।कोरोना से निपटने के लिए देश के कई राज्यों में कठोर नियम लागू है। इसके पालन के लिए जगह-जगह पुलिस बल की भी तैनाती की गई है। लेकिन इन सब को लेकर पुलिस वसूली-बर्बरता के भी गंभीर मामले सामने आ रहे हैं।
खबर है कि उत्तर प्रदेश के बरेली पुलिस मास्क न लगा होने पर एक युवक को उठा कर थाना ले गए और हाथ पैरों में कीलें ठोक दीं। जब वह इस बात की शिकायत करने पीड़ित की मां वरीय अफसरों के पास गई तो उल्टे उसे हीं धमकाया गया।
महिला के अनुसार जब उन्होंने बेटे पर इस उत्पीड़न की शिकायत चौकी पुलिस में की तो किसी ने न सुनी। यही नहीं उल्टा महिला और पीड़ित को ही जेल भेजने की बात कहने लगे।
इस बात से परेशान होकर पीड़ित की मां ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पास गुहार लगाई। लेकिन यहां भी टाल-मटोल अपनाया गया और तरह-तरह की धमकियाँ दी गई।
इस मामले पर बरेली एसएसपी रोहित सजवाण की दलील है कि युवक पुलिस का पुराना मुजरिम है। उसके ऊपर कई गंभीर धाराओं में अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं।
बकौल एसएसपी, युवक इस सभी आरोपों से बचने के लिए पुलिस पर ऐसे आरोप लगा रहा है। युवक के पुलिस पर लगाए गए आरोप सरासर गलत हैं। हालांकि, युवक के हाथ-पैर में लोहे की कीलें ठोकने की बाबत एसएसपी के पास कोई जबाव नहीं है।