पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क)। राजधानी पटना में गायघाट महिला रिमांड होम मामले में एसआईटी ने कुछ दिन पहले ही जांच शुरू कर दी है। एएसपी काम्या मिश्रा को एसआईटी का प्रमुख बनाया गया है।
उन्होंने इस मामले में जुड़े पीड़ित लड़कियों से मिलकर उनका बयान दर्ज कर रही है तो वहीं गायघाट स्थित रिमांड होम जाकर मामले की बारीकी से जांच की। लेकिन अभी तक पूरे मामले को मीडिया में लाने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास का बयान से एसआईटी दर्ज नहीं कर रही है।
इसको लेकर श्री दास काफी नाराज़ और गंभीर दिख रहें हैं। उन्होंने गंभीर आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश कुमार के दबाव के कारण एसआईटी उनका बयान दर्ज नहीं कर रही है।
गायघाट शेल्टर होम मामला जब प्रकाश में आया तब पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने इस पूरे मामले को निर्भीकता के साथ मीडिया के सामने रखा था।
गायघाट स्थित महिला रिमांड होम में लड़कियों के यौन उत्पीडन को लेकर आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने राज्यपाल को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी।
श्री दास ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा था कि बालिका गृह में लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न की गंभीर शिकायतें मिली हैं।
उन्होंने दावा किया था कि पक्की सूचना है कि बालिका गृह की लड़कियों की सप्लाई बिहार सरकार के कई माननीय मंत्रियों को की जाती है।इसी वजह से सीएम ने मामले की लीपापोती के आदेश जारी कर दिए हैं।
अमिताभ कुमार दास ने कहा कि कुछ साल पहले नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की लीपापोती के प्रयास किए थे। बाद में सीबीआई जांच के दौरान तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा था।
श्री दास ने राज्यपाल से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग की थी।
इसी बीच अमिताभ कुमार दास ने एसआईटी पर आरोप लगाया है कि सीएम के दबाव में उनका बयान दर्ज नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने एसआईटी प्रमुख से मांग की है कि गायघाट शेल्टर होम मामले में उनका बयान भी दर्ज किया जाए। लेकिन उनकी मांग पर एसआईटी गंभीर नहीं दिख रहीं है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने एएसपी(सचिवालय)सह एसआईटी प्रमुख को पत्र लिखकर दावा किया है कि पटना के महिला थाना में गायघाट शेल्टर होम से संबंधित कांड (संख्या 13/22 एवं 17/22) दर्ज किए गए है। शेल्टर होम की लड़कियों को बिहार सरकार के कुछ मंत्रियों को सप्लाई किया जाता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम नीतीश कुमार ने जब एसआईटी को आदेश दिए हैं कि किसी भी हाल ही में अमिताभ कुमार दास का बयान दर्ज नहीं किया जाएं।
उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को डर है कि गायघाट शेल्टर होम का पर्दाफाश होने पर उनकी सरकार जा भी सकती है।