देश

सनसनीखेज खुलासाः झूठ निकला गाजियाबाद गैंगरेप का मामला, महिला ने खुद रची साजिश

इंडिया न्यूज रिपोर्टर डेस्क। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कथित रूप से हुए निर्भया जैसे गैंगरेप को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने दावा किया है कि उन्होंने केस को सुलझा लिया है।

पुलिस ने बताया कि महिला ने गैंगरेप की कहानी खुद रची थी और उसका रेप भी नहीं हुआ था। पुलिस ने पांच लोगों पर गैंगरेप का आरोप लाने वाली महिला और तीन अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

मालूम हो कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बुधवार को बताया था कि 36 वर्षीय महिला एक बोरे में बंद मिली थी और उसके हाथपैर बंधे हुए थे। उन्होंने कहा था कि महिला के गुप्तांग में लोहे की छड़ डाली गई थी।

हालांकि, गाजियाबाद पुलिस ने गुरुवार को महिला के पांच लोगों द्वारा उसके साथ गैंगरेप और बर्बरता किए जाने के दावे को मनगढ़ंत करार देते हुए उसे खारिज कर दिया था।

पुलिस ने दावा किया था कि पूरी साजिश संपत्ति हड़पने के लिए रची गई थी, जिसे लेकर महिला और आरोपियों के बीच विवाद था।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी कहा है कि महिला और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा विरोधाभासी बयान दिए गए हैं।

अनुमंडल पदाधिकारी शहर-2 आलोक दुबे ने शुक्रवार को बताया कि महिला और उसके सहयोगियों आजाद, अफजल और गौरव के खिलाफ IPC की धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

गाजियाबाद पुलिस ने बुधवार को कहा था कि महिला के आरोपों के बाद पांच संदिग्धों में से चार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या इन चारों को क्लीन चिट दी जाएगी मेरठ के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा, हमें उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है प्रथम दृष्टया, इस मामले में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। इसलिए सबूत मिलने का सवाल ही नहीं उठता।

महिला के इस दावे पर कि उसे अगवा किया गया था, कुमार ने कहा, नहीं, वह संबंधित स्थान पर अपनी मर्जी से गई थी।

उन्होंने यह भी कहा था कि पुलिस ने महिला द्वारा की गई बातचीत के विश्लेषण में पाया है कि मामले को प्रचारित करने के लिए लोगों को पैसे दिए गए थे। महिला ने दावा किया था कि उसके साथ पांच लोगों ने दो दिनों तक गैंगरेप किया था।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा था कि इस घटना ने उन्हें निर्भया कांड की याद दिला दी। आयोग ने इस संबंध में गाजियाबाद पुलिस को एक नोटिस भी जारी किया था।

इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने शुक्रवार को कहा कि गाजियाबाद में अपने साथ सामूहिक बलात्कार होने का दावा करने वाली महिला और उसके परिवार के सदस्यों के बयान विरोधाभासी हैं। आयोग ने घटना के बारे में सही सूचनाएं जुटाने के लिए तथ्यान्वेषी टीम भेजी है।

राष्ट्रीय महिला आयोग की एक अधिकारी ने बताया कि गाजियाबाद में सामूहिक बलात्कार की शिकार होने का दावा करने वाली महिला और उसके परिवार के सदस्यों के बयानों को टीम ने विरोधाभासी पाया।

महिला आयोग द्वारा जारी बयान के अनुसार, पुलिस ने आयोग को बताया कि महिला और उसके रिश्तेदारों द्वारा तमाम विरोधाभासी बयान दिए गए जिसके कारण घटना की सत्यता पर संदेह हुआ।

Related Articles

Back to top button
Ashoka Pillar of Vaishali, A symbol of Bihar’s glory Hot pose of actress Kangana Ranaut The beautiful historical Golghar of Patna These 5 science museums must be shown to children once