देशबिग ब्रेकिंग

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से अवैध बन्दूक फैक्ट्री का खुलासा, संचालक समेत 6 गिरफ्तार

एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क। अवैध हथियारों के निमार्ण और खरीद बिक्री पर नियंत्रण को लेकर चलाये जा रहे अभियान में पलामू पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पलामू और लातेहार के सीमावर्ती सतबरवा थाना क्षेत्र के बीहड़ रबदा इलाके से मिनी आर्म्स फैक्ट्री पकड़ी गई है।

पुलिस ने इस सिलसिले में फैक्ट्री के संचालक सहित मुख्य हथियार स्पलायर, खरीददार समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस इलाके में पिछले 3 वर्ष से मिनी आर्म्स फैक्ट्री चल रही थी।

पलामू के एसपी चदंन कुमार सिन्हा ने शनिवार को बताया कि दो दिन पूर्व सोशल मीडिया में एक नवयुवक का पिस्टल लहराते फोटो एवं वीडियो वायरल हुआ था। छानबीन में पता चला कि उक्त युवक सतबरवा इलाके का है।

सत्यापन एवं चिन्हित करने के बाद आवश्यक कार्रवाई की गई। युवक को पकड़ा गया। उसकी निशानदेही पर सतबरवा पुलिस ने उसके साथी अरविंद सिंह को अवैध हथियार के साथ पकड़ा।

अरविंद ने हथियार सप्लायर विकास सिंह के बारे में जानकारी दी। यह भी बताया कि उसने तीन हथियार विकास से खरीदे हैं। एक हथियार के साथ पकड़ा गया, जबकि एक हथियार अभिषेक चौधरी को तथा एक हथियार कमलेश सिंह को बेची है।

उसके बताये अनुसार विकास सिंह एवं कमलेश सिंह को पकड़ा गया, जबकि अभिषेक चौधरी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में विकास सिंह की पहचान इस गिरोह का मुख्य हथियार सप्लायर के रूप में हुई।

विकास ने बताया कि रबदा में विजय सिंह के घर में किराये पर बैजनाथ मिस्त्री रहता है और बगल के बीहड़ (जंगल) में मिनी गन फैक्ट्री चला रखी है। वहां हथियार बनाता है और बेचने के लिए उसे दे देता है।

4 हजार में खरीदकर 6 हजार में करता था बिक्रीः विकास ने बताया कि एक पिस्टल का दाम 4 हजार रूपए बैजनाथ मिस्त्री लेता है। उसे हम 6 हजार रूपए में बेचते हैं।

विकास की निशानदेही पर बैजनाथ मिस्त्री को रबदा स्थित उसके घर से तीन हथियार एवं अर्धनिर्मित हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। बैजनाथ ने हथियार बनाने की बात स्वीकार की।

निशानदेही पर घने जंगल में चला सर्च अभियानः एसपी ने बताया कि बैजनाथ मिस्त्री की निशानदेही पर उसके घर के बगल की पहाड़ी की तलहटी में स्थित घने जंगल में मिनी गन फैक्ट्री का उदभेदन हुआ, जहां से भारी मात्रा में हथियार बनाने के सामान, अर्धनिर्मित हथियार, लोहरी उपकरण, भाथी, इलेक्ट्रीक ग्राइंडर मशीन, लकड़ी का कोयला आदि बरामद हुआ।

एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपी संगठित रूप से अवैध देशी हथियार निर्माण एवं सप्लाई का काम गिरोह बनाकर करते थे। हथियार निर्माता बैजनाथ मिस्त्री (सेमरी, पाटन निवासी) पेशेवर हथियार बनाने का कुशल कारीगर है। तीन दशक से हथियार बनाने का काम कर रहा था। 25 वर्ष पूर्व सदर थाना क्षेत्र से तीन हथियार के साथ पकड़ा गया था।

इस अभियान में गिरोह के पास से पांच देशी हथियार की बरामदगी हुई है। बैजनाथ जम्मू कश्मीर में भी हथियार बनाता था। कुछ वर्ष पहले यह हैदराबाद में भी काम करने गया था, लेकिन वर्ष 2019 में अपने ससुराल कुटमू में शिफ्ट हो गया। इसके बाद से वह कुटमू से सटे रबदा के घने जंगल में मिनी गन फैक्ट्री का संचालन कर रहा था।

एसपी ने बताया कि जिस जगह पर मिनी गन फैक्ट्री चल रही थी, वहां का जंगल काफी घना है और जानवर तक उस इलाके में नहीं जाते। दूसरे जिले में भी बैजनाथ ने हथियार बेचे हैं। शॉटगन और राइफल ही बैजनाथ बनाता था। मैग्जिन वाली ऑटोमेटिक पिस्टल नहीं बना पाता था।

कौन कौन हुए गिरफ्तारः गिरफ्तार लोगों में फैक्ट्री संचालक बैजनाथ मिस्त्री, पिता स्व। फगुनी मिस्त्री ग्राम सेमरी थाना पाटन, कमलेश सिंह, पिता उपकार सिंह ग्राम गुरियादामर थाना लेस्लीगंज, विकास कुमार, पिता अशोक सिंह ग्राम रबदा फुलवरिया, अरविंद कुमार, पिता बालकृष्ण सिंह ग्राम कुण्डेलवा, अभिषेक चौधरी, पिता धमेन्द्र चौधरी, ललन यादव, पिता धीरजन यादव ग्राम झाबर, विजय सिंह, पिता स्व। रघुनन्दन सिंह ग्राम रबदा सभी सतबरवा के निवासी हैं।

गिरफ्तारी अभियान में सतबरवा थाना प्रभारी ऋषिकेश कुमार राय, सअनि कौशल किशोर दुबे, रविन्द्र कुमार, बुधू उरांव और जवान शामिल थे।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!
Ashoka Pillar of Vaishali, A symbol of Bihar’s glory Hot pose of actress Kangana Ranaut The beautiful historical Golghar of Patna These 5 science museums must be shown to children once

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker