रांची। झारखंड की राजधानी रांची शहर में पिछले दो दशक के भीतर पुलिस कानून व्यवस्था की जितनी लच्चर व्यवस्था फिलहाल दिख रही है, उतनी कभी नहीं दिखी। एक तरफ जहां पुलिस तंत्र का खत्म होते खौफ दरिंदों ने बुटी बस्ती में आरटीसी इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा को लील डाला वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पीसीआर वैन में सवार पुलिसकर्मी ही लुटेरी बन गई। वेशक यह दोनों घटना स्मार्ट पुलिसिंग के ढिंढोरे पीटने वाली सरकार और उसकी झारखंड पुलिस के लिये एक शर्म की बात है।
खबर है कि शहर के सोलंकी चौक के पास पीसीआर सोलह की टीम ने हिंदपीढ़ी निवासी दिलशाद और बेलाल से करीब 70 लाख रुपए लूट लिए। घटना शुक्रवार रात की थी, जिसका खुलासा शनिवार को हुआ। लूटी गई रकम में से पांच लाख रुपए बरामद कर लिए गए हैं।
बकौल रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, पीसीआर सोलह के प्रभारी टीपुष कुजूर सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इन सभी को हिरासत में भी लेकर जेल भेज दिया गया है।
कहा जाता है कि दिलशाद, बेलाल और एक अन्य ने खलारी के दो व्यवसायियों विजय कुमार सिंह और पवन कुमार को हिंदपीढ़ी के नाला रोड में बंधक बनाकर रखा था। इन दोनों व्यवसायियों से दिलशाद और बेलाल का पहले से लेन देन को लेकर विवाद था और इसी वजह से उन दोनों को बंधक बनाया गया था। उन्हें मुक्त करने के बदले दिलशाद और बेलाल आदि ने उसके लोगों से करीब 70 लाख रुपए वसूले थे। यही रकम लेकर दिलशाद और उसके सहयोगी खूंटी रोड होते हुए हिंदपीढ़ी लौट रहे थे। इसी दौरान सोलंकी चौक के पास पीसीआर की टीम ने उनकी गाड़ी चेकिंग के नाम पर रोक ली और करीब 70 लाख रुपए लूट लिए। पीसीआर वैन16 के पुलिसकर्मियों ने धमकाया कि इस बारे में किसी से जिक्र किया तो आतंकवादी बताकर जेल में डलवा देंगे। इसके बाद दिलशाद और उसके साथियों ने जाने दिया।
इधर, विजय और पवन हिंदपीढ़ी के नाला रोड से मुक्त होने के बाद शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचें। उन दोनों ने इरशाद, बेलाल और दिलशाद द्वारा बंधक बनाकर रकम वसूली की शिकायत की। पुलिस ने इस पर इरशाद, बेलाल और दिलशाद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो खलारी के व्यवसायियों को बंधक बनाए जाने, उनसे मोटी रकम की वसूली और फिर यह रकम पीसीआर द्वारा लूटे जाने की पूरी कहानी का खुलासा हुआ।
इरशाद और बेलाल मोटी रकम लेकर गुजरने वाले हैं, यह सूचना पीसीआर वैन16 की टीम को सोलंकी चौक के निवासी पौलुस विनीत कच्छप ने दी थी।
बताया जाता है कि इरशाद और बेलाल से रुपए लूटने के बाद पुलिस ने पौलुस को भी तीन लाख रुपए दिए। शनिवार को मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने पीसीआर 16 की वैन से दो लाख और पौलुस के घर से तीन लाख की रकम बरामद कर ली। बाकी रकम कहां है, इसकी जानकारी ली जा रही है।