गोड्डा (नागमणि कुमार)। झारखंड के गोड्डा जिले में रैयतों पर हुए पुलिसिया कार्रवाई के खिलाफ धरना प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हो चुका है। आजाद भारत में अभिव्यक्ति पर हुए हमले को मुद्दा बनाकर झाविमो विधायक प्रदीप यादव मोर्चा संभाले हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ कई सामाजिक संगठन भी बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की निंदा करते नजर आ रहे हैं। मामला अडानी पावर प्लान्ट की जनसुनवाई में स्पेशल गेट पास पर मचे भारी बवाल का है।
विगत दिनों एक दिवसीय उपवास पर बैठे प्रदीप यादव को भरी महफील में संजिदा होकर रोते हुए देखा गया, हजारों समर्थकों की उपस्थिती में पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव रैयतों और स्थानीय लोगों की सहमति के बिना किए गए जनसुनवाई को अमान्य और अधूरा बताते नजर आए।
वहीं मोतिया और बक्सरा के लोगों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हुए प्रहार को समाजसेवी चिन्तामणि भाई ने लोकतंत्र की हत्या बताई। मंगलवार हुई जनसुनवाई को रद्द करने की मांग तेज होती जा रही है।
विधायक प्रदीप यादव ने चेतावनी भी दिया कि यदि मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो दिसंबर में वो खुद आमरण अनशन पर जाएंगे। वहीं घायल रैयत महिलाओं ने मीडिया के समक्ष अपना दर्द बयां करते नजर आईं।