कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल से मजबूत होगा पटना-राघोपुर का संपर्क
कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल का लोकार्पण बिहार के लिए एक गर्व का क्षण है। यह न केवल पटना और राघोपुर को जोड़ेगा, बल्कि पूरे बिहार के विकास को नई गति देगा। इस परियोजना से लाखों लोगों का जीवन आसान होगा और बिहार एक समृद्ध और संपन्न राज्य की ओर तेजी से कदम बढ़ाएगा...

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार के लिए एक ऐतिहासिक क्षण नजदीक है। कल यानी 23 जून 2025 को कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल परियोजना का लोकार्पण होने जा रहा है, जो पटना और राघोपुर के बीच सड़क सम्पर्कता को नया आयाम देगा। इसकी आधिकारिक घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया के माध्यम से की है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के पूरा होने से न केवल राघोपुर दियारा क्षेत्र के लोगों को साल भर राजधानी पटना से सीधी सड़क सम्पर्कता मिलेगी। बल्कि बिहार के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य क्षेत्रों में भी क्रांतिकारी बदलाव आएंगे।

कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन गंगा पुल का निर्माण बिहार सरकार की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक रहा है। इसकी आधारशिला रखे जाने के बाद से ही निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने के लिए लगातार प्रयास किए गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं इस परियोजना की प्रगति की निगरानी की और अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। निर्माण के दौरान कई तकनीकी और पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इंजीनियरों और श्रमिकों की मेहनत से यह सपना अब हकीकत बन चुका है।

यह 6 लेन का गंगा पर बना यह आधुनिक और मजबूत है, जो गंगा नदी की प्रचंड धारा और बाढ़ के मौसम में भी सुरक्षित और टिकाऊ है। इसकी डिज़ाइन में नवीनतम तकनीकों का उपयोग किया गया है, जो इसे एक इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट नमूना बनाता है।
राघोपुर दियारा क्षेत्र, जो अब तक बाढ़ और भौगोलिक बाधाओं के कारण कटाव से प्रभावित होने पर से कट जाता था, अब इस पुल के उद्घाटन के बाद साल भर पटना से जुड़ा रहेगा। यह क्षेत्र कृषि और छोटे पैमाने के उद्योगों के लिए जाना जाता है, और इस क्षेत्र की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इस पुल के चालू होने से स्थानीय लोगों के लिए कई नए अवसर खुलेंगे।

कृषि और उद्योग में विकास: किसानों को अपनी उपज को पटना और अन्य बड़े बाजारों तक आसानी से पहुंचाने का मौका मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। इसके साथ ही उद्योगों के लिए कच्चा माल और तैयार उत्पादों के परिवहन में भी सुगमता आएगी।
चिकित्सा सुविधाओं में सुधार: आकस्मिक चिकित्सा की स्थिति में मरीजों को अब तुरंत पटना के बड़े अस्पतालों तक पहुंचाया जा सकेगा, जिससे कई जिंदगियां बचाई जा सकेंगी।
रोजगार के अवसर: इस परियोजना से न केवल निर्माण के दौरान हजारों लोगों को रोजगार मिला, बल्कि अब इसके चालू होने से परिवहन, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

इस 6 लेन गंगा पुल के शुरू होने से बिहार की यातायात व्यवस्था में भी बड़ा बदलाव आएगा। वर्तमान में महात्मा गांधी सेतु पर भारी यातायात का दबाव रहता है, जिससे अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है। कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल के चालू होने से इस दबाव में कमी आएगी और उत्तर बिहार से दक्षिण बिहार की यात्रा करने वालों को एक वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। यह मार्ग न केवल समय बचाएगा, बल्कि ईंधन की खपत और पर्यावरण प्रदूषण को भी कम करेगा।

यह परियोजना केवल एक बुनियादी ढांचा परियोजना नहीं है, बल्कि बिहार के सामाजिक-आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण कदम है। राघोपुर जैसे क्षेत्र, जो अब तक विकास की मुख्यधारा से कुछ हद तक कटे हुए थे, अब इस पुल के माध्यम से मुख्यधारा से जुड़ जाएंगे। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, और व्यापार के क्षेत्र में नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही, यह परियोजना बिहार को एक आधुनिक और विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना को अपनी सरकार की उपलब्धियों में से एक बताया है। उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार बिहार के हर कोने को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। कच्ची दरगाह-बिदुपुर गंगा पुल का लोकार्पण इस दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी और परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जो बिहार के लोगों के जीवन को और आसान बनाएंगी।
