गिरिडीह (कमल नयन)। पृथक झाररवंड राज्य के लिए संघर्ष पूर्ण आंदोलन के अगुआ रहे और जल ,जंगल, जमीन की लड़ाई में अपने जीवन के छ्ह दशक गुजार देने वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा के सुप्रिमो सांसद शिबू सोरेन ने झारखंड़ी जनता का अहवान किया कि शिक्षा को अपने दैनिक जीवन के रोजमर्रा में शामिल करे। तभी झार२वंड का समुचित विकास होगा।
उन्होंने कहा कि अलग राज्य बने बीस साल हो गये लेकिन झारखंड की जनता को मिला क्या? यह सोचने की बात है। उन्होंने शिक्षा को प्राथमिकता देने पर बल दिया।
सांसद सोरेन गिरिडीह में झामुमो के 49 र्वे स्थापना दिवस के मौके पर शुकवार देर शाम महती जनसभा को संवोघित कर रहे थे।
आगे उन्होने कहा कि खनिजो के धनी झारखंड में अबतक सता में रही सरकारों ने अपेक्षित विकास नही किया जिसके फल स्वरूप अभी कई सारी समस्याए है । आगे इसपर विचार करने की जरूरत है।
अपने संक्षिप्त संवोधन में दिशोम गुरू ने नशा उन्मूलन पर जोर देते हुए कहा कि नशा उन्मूलन से समाज का सुधार और शिक्षा से राज्य का विकास को गति मिलती है।
इससे पहले हेमंत सोरेन सरकार के मंत्री हफीजूल हसन ,विधायक डा. सफराज अहमद विधायक सुदिप्य कुमार सोनू समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
इस दौरान मंत्री हफीजुल हसन ने संबोधन के दौरान हेमंत सरकार के उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि किसानों के लिए हेमंत सरकार ने 50 करोड़ का फंड सिर्फ एमएसपी के लिए उपलब्ध कराया।
मौके पर गांडेय विधायक सरफराज अहमद ने कहा की सूदखोरो के खिलाफ जो लड़ाई शिबू सोरेन ने लड़ा था। वो आज भी अधूरा है। क्योंकि जनता के बरगालने किए भाजपा जैसे दल अब भी राज्य में सक्रीय है।
गांडेय विधायक ने कहा की हेमंत सरकार ने एक दूरदर्शी बजट पेश किया। जिसमे किशानों, गरीबों के साथ हर वर्ग को ध्यान मे रखा गया। लेकिन भाजपा समेत कई विपक्षी दलों को ये बजट भी अच्छा नहीं लग रहा है। ऐसे जेएमएम यही मानकर चलती है की अब भी लंबी लड़ाई बाकी है।
इस दौरान सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा ये सही है की राज्य के लोगो की उम्मीद को पूरा करना अब भी बाकी है। क्योंकि हेमंत सरकार के हाथो को मज़बूत करने के लिए एक मजबूत सरकार आने वाले दिनों में बनाना होगा। तभी जनता की उम्मीदों को पूरा किया जा सकता है। जेएमएम शुरू से ही कहती रही है की राज्य के एक एक संसाधन पर यहां के मूलवासी का अधिकार है।
मौके पर स्थापना दिवस समारोह को पूर्व विधायक निजामदुद्दीन अंसारी समेत कई वक्ताओं ने संबोधित किया।