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    Saturday, November 23, 2024
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      झारखंडः नशे की जद में कोल्हान, ड्रग्स पैडलर्स की चेन तोड़ने में पुलिस नाकाम

      "ड्रग्स पैडलर्स के सप्लाई चेन को तोड़ना हमारी प्राथमिकता है। इसे लेकर कोल्हान के तीनों जिलों में टीम बनाकर काम किया जा रहा है। लोकल ड्रग्स पैडलर्स के साथ ही अब दूसरे राज्यों से आने वाले गिरोह पर भी पुलिस की नजर है। सभी के लिंक को पता करके एक साथ समायोजित किया जा रहा है। जल्द ही ड्रग्स सप्लायर का सरगना पकड़ा जायेगा .......अजय लिंडा, डीआईजी, कोल्हान।

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क डेस्क।  नशे ने कोल्हान के हर एक कोने को प्रभावित कर दिया है। कोल्हान प्रमंडल के जमशेदपुर से आदित्यपुर, गम्हरिया, सरायकेला से लेकर चाईबासा तक ड्रग्स पैडलर्स ने नशे का जाल बिछा रखा है।

      हालांकि, कोल्हान के अलग-अलग क्षेत्रों में पुलिस हर हफ्ते छापेमारी कर ड्रग्स पैडलर्स को गिरफ्तार कर रही है, लेकिन सप्लाई चेन को नहीं तोड़ पाना अब भी पुलिस की नाकामी है।

      Jharkhand Kolhan intoxicated police failed to break the chain of drug peddlers 1ड्रग्स पैडलर्स छोटे शहरों को बना रहे निशानाः ड्रग्स पैडलर्स (माफिया) अब छोटे शहरों को निशाना बनाने में लगे है। कोल्हान के औद्योगिक नगरी जमशेदपुर व उससे सटे आदित्यपुर के बाद सरायकेला-खरसवां एवं पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में बीते दो वर्ष में ड्रग्स खरीद-बिक्री के कई मामले सामने आये है।

      इस दौरान अबतक पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है। हालांकि, शहर के युवा तेजी से नशे की चपेट में आ रहे है। ऐसे में देश का भविष्य नशे के भंवर में डूबता जा रहा है। गिरफ्तारी के बावजूद छोटे शहरों में नशे का व्यापार बेरोकटोक जारी है। इस कारण चोरी, छिनतई जैसे अपराध भी बढ़े है।

      बच्चों और महिलाओं को बना रहे शिकारः कोल्हान के युवा अफीम और पोस्ता के बाद अब हेरोइन, स्मैक, ब्राउन शुगर, मेडिकेटेड टेबलेट्स व इंजेक्शन तक का सेवन करने लगे है।

      औद्योगिक नगरी जमशेदपुर व उससे सटे आदित्यपुर में नशे के इन आतंकियों ने छोटे-छोटे बच्चों से लेकर महिलाओं तक को अपना शिकार बनाया है और हर महीने लाखों की कमाई कर रहे हैं। इनमें 20 से 30 साल के युवा नशे का ज्यादा शिकार हो रहे हैं।

      जमशेदपुर के हर कोने में ड्रग्स का धंधाः जमशेदपुर में कोई ऐसा क्षेत्र बचा नहीं, जहां ड्रग्स पहुंचता नहीं। जी हां, सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर की मुस्लिम बस्ती के बाद जमशेदपुर के हर इलाके में ब्राउन शुगर का धंधा फैल गया है।

      इसके बाद पश्चिमी सिंहभूम में भी धंधा धड़ल्ले से जारी है और चलते-फिरते हो रहा है। हर जगह नशे की पुड़िया उपलब्ध है। ब्राउन शुगर के साथ गांजा की भी खरीद-बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। जिन-जिन इलाकों में नशे की पुड़िया की बिक्री हो रही है। उस इलाके में चोरी और छिनतई की घटनाएं अधिक हो रही हैं।

      नशे का हर सामान आराम से उपलब्धः नशे की सबसे कम कीमत की एक पुड़िया 100 रुपये की है। हर इलाके में नशे का सामान आसानी से उपलब्ध है। जितना रुपये उतना माल। जैसा ग्राहक वैसी कीमत। नशा युवाओं को गिरफ्त में लेता जा रहा हैं।

      समय-समय पर जमशेदपुर पुलिस कार्रवाई करती है और ड्रग्स बेचने वाले पकड़े भी जाते हैं, लेकिन सरगना का ना तो नाम सामने आता है और ना ही धंधा कैसे संचालित होता है और इसके पीछे कौन लोग है, उन्हें किसका संरक्षण प्राप्त है। इसका पता चल पाता है। परिणाम धंधा बेरोकटोक जारी है।

      इन स्थानों पर होता है नशे का कारोबारः शहर के सीतारामडेरा स्थित उरांव बस्ती, छायानगर, कल्याणनगर, चंडीनगर, देवनगर, मानगो बस स्टैंड के आस-पास का क्षेत्र, बर्मामाइंस स्थित कैरेज कॉलोनी, चूना भठ्ठा बस्ती, भक्तिनगर, परसुडीह थाना के कीताडीह गाड़ीवान पट्टी इलाका, संजय नगर तालाब से सटा क्षेत्र, जुगसलाई में गौरीशंकर रोड, गरीब नवाज कॉलोनी और खरकई नदी तट से सटे बस्ती क्षेत्र, टेल्को का बारीनगर, मानगो आजादनगर और उलीडीह का क्षेत्र, सिदगोड़ा के कान्हू भठ्ठा और इसके आस-पास के क्षेत्र, डिमना लेक क्षेत्र, बिष्टुपुर का बाजार और धतकीडीह का इलाका।

      अफीम तस्करों का तार यूपी से नेपाल तकः शहर के अफीम तस्करों का तार यूपी से नेपाल तक जुड़ा है। वहीं डोडा की तस्करी चतरा, तमाड़ से लाकर जमशेदपुर, खड़गपुर से लेकर कोलकाता तक की जाती है। तमाड़ से खड़गपुर तक डोडा पहुंचाने का किरया 25 हजार रुपये लिया जाता है।

      8 बोरा में 150 किलोग्राम डोडा बरामदः जमशेदपुर पुलिस ने 6 अगस्त 2020 को गुप्त सूचना के आधार पर घाटशिला के पिपला के पास टाटा 407 वाहन से 8 बोरा में 150 किलोग्राम डोडा बरामद किया गया था। उसका बाजार मूल्य 7।5 लाख रुपये था।

      उसी दौरान टाटा टियागो कार से एक लाख रुपये का 250 ग्राम अफीम भी जब्त किया गया था। शहर से अफीम व डोडे की सप्लाई यूपी, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और पंजाब में की जाती है।

      30 लाख के ब्राउन शुगर के साथ 32 लोगों को किया गया था गिरफ्तारः जमशेदपुर पुलिस ने शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर 16 फरवरी 2021 को 32 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें छह महिलाएं भी शामिल थी। इनके पास से 30 लाख कीमत की 400 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद किया गया था।

      इसके बाद आगे की कार्रवाई नहीं हुई। गिरफ्तार सदस्यों में एक पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का हसीउर रहमान भी शामिल था, जो ड्रग्स की सप्लाई करता था।

      एक ग्राम ब्राउन शुगर से तैयार की जाती है 100 पुड़ियाः एक ग्राम ब्राउन शुगर से 100 पुड़िया तैयार किया जाता है। वहीं यदि उसमें मिलावट कर दिया जाता है, तो वह 200 पुड़िया में तब्दील हो जाती है, जिसे लोगों के बीच करीब 100 से 200 रुपये तक बेचा जाता है।

      7 मईः आदित्यपुर थाना पुलिस ने 32.5 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ तीन अपराधियों सादिक अंसारी, जाकिर हुसैन उर्फ ढांचा और सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

      इनमें सादिक अंसारी और सद्दाम हुसैन पूर्व में भी ब्राउन शुगर के कारोबार में जेल जा चुका है। इनमें सादिक अंसारी मुख्य सप्लायर से माल खरीद कर ढांचा और सद्दाम हुसैन के माध्यम से मुस्लिम बस्ती में ब्राउन शुगर बेचता था।

      3 मईः जमशेदपुर की सितारामडेरा पुलिस ने छायानगर इलाके में छापेमारी करके ब्राउन शुगर बेचते हुये सुखराम मुंडा को गिरफ्तार किया था।

      ब्राउन शुगर के साथ सुखराम पर मामला दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने छायानगर के रहने वाले कुणाल मुंडा उर्फ चिल्ला, अजय यादव, पुटु मिश्रा और मंगल मुइया के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।

      29 अप्रैलः कदमा पुलिस ने  बैकुंठ मंदिर के पास छापेमारी करके 13 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।

      गिरफ्तार युवकों में शशि कुमार गुप्ता के पास से 6 पुड़िया, अतुल सिंह के पास से 4 पुड़िया और अमन दीक्षित के पास से पुलिस ने 3 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद किया गया था।

      16 अप्रैलः आदित्यपुर पुलिस ने मुस्लिम बस्ती स्थित एच रोड में छापेमारी कर आजादनगर के इमरान अहमद को 58 पुड़िया ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया था। इमरान ब्राउन शुगर के सेवन के साथ-साथ इसका व्यवसाय भी करता था।

      19 अप्रैलः जमशेदपुर से उत्तरप्रदेश के गोरखपुर जा रहा 1985 किलोग्रामम मादक पदार्थ (अफीम व डोडा) लोडेड ट्रक को उत्पाद विभाग ने बिहार के नवादा जिले से जब्त कर लिया था।

      ट्रक में फरही भुंजा की बोरियों के नीचे 106 बोरे में अफीम व डोडा छिपाकर रखा गया था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत एक करोड़ है।

      24 अप्रैलः पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल से शहर लायी जा रही ब्राउन शुगर की बड़ी खेप के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया था। जब्त किये गये 42 ग्राम ब्राउन शुगर की कीमत पांच लाख रुपये है।

      31 अगस्त 2020: ड्रग्स खरीद-बिक्री का पहला मामला चाईबासा जैसे छोटे शहर में सामने आया। ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री में संलिप्त तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

      इसमें मुफ्फसिल थाना के गुट्टूसाई निवासी अमन राज व अश्विनी झा एवं सदर थाना क्षेत्र के गड़ीखाना निवासी राकेश कुमार विश्वकर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, सभी के पास से ब्राउन शुगर की चार पुड़िया बरामद की गयी थी।

      4 मई 2021: चाईबासा पुलिस ने ब्राउन शुगर की खरीद-बिक्री का दूसरा मामला उजागर किया। इसमें पुलिस ने 50 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ चार लोगों को गिरफ्तार किया था।

      गिरफ्तार लोगों में एक महिला लक्ष्मी सवैंया भी शामिल थी। वहीं रिचर्ड लोमग, विशाल एक्का व दीलिप सामड को पुलिस ने ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया था। (इनपुटः न्यूज विंग)

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