पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। वित्तीय वर्ष 2020-21 के बीच देश की क्षेत्रीय पार्टियों में सबसे ज्यादा चंदा बिहार की जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को मिली है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के अनुसार देश में क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे में से 113.791 करोड़ रुपये सिर्फ पांच पार्टियों को मिला है। इसमें जदयू, द्रमुक, आप, आईयूएमएल और टीआरएस शामिल हैं।
इन पार्टियों में सबसे ज्यादा चंदा जदयू को मिला है। यह रिपोर्ट संस्था ने 29 जुलाई 2022 को जारी की है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार क्षेत्रीय दलों को मिले कुल चंदे का 91.38 फीसदी यानी 113.791 करोड़ रुपये पांच पार्टियों के खजाने में गया है।
तीन पार्टियों ने चंदे में वृद्धि की घोषणा कीः वित्त वर्ष 2019-20 और 2020-21 की तुलना करें तो वित्त वर्ष 2020-21 में जदयू , द्रमुक और टीआरएस ने अपने चंदे में वृद्धि की घोषणा की है।
आप और आईयूएमएल की चंदे में वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में कमी आई है। जदयू ने 2019-20 और वित्त वर्ष 2020-21 के बीच चंदे से अपनी आय में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि देखी है। जदयू को इस वर्ष 60.155 करोड़ रुपये चंदे के रूप में मिला है।
जदयू को 330 दान मिलेः देश में सबसे अधिक जदयू को 330 दानों से 60.155 करोड़ रुपये का दान मिला। इसके बाद डीएमके को 177 दानों से 33.993 करोड़ रुपये, आम आदमी पार्टी को 11.328 रुपये का दान प्राप्त हुआ।आईयूएमएल और टीआरएस ने 4.165 करोड़ और 4.15 करोड़ रुपये का दान दिखाया है।
केवल छह पार्टियों ने ही निर्धारित समय अवधि में दिया रिपोर्टः एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में शामिल 54 क्षेत्रीय दलों में से केवल छह ने निर्धारित समय अवधि के भीतर निर्वाचन आयोग को अपनी दान रिपोर्ट जमा की है।
पच्चीस अन्य दलों ने अपनी प्रस्तुति देने में तीन से 164 दिनो की देरी लगायी है। 27 क्षेत्रीय दलों ने घोषित चंदे की कुल राशि 3,051 चंदे से 124.53 करोड़ रुपये थी। इसमें 20,000 रुपये से ज्यादा और कम दोनों रकम शामिल हैं।
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