Home देश हेमंत सरकार की इस तुगलकी फरमान से सकते में झारखंड

हेमंत सरकार की इस तुगलकी फरमान से सकते में झारखंड

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एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। झारखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच मास्क को लेकर एक लाख के जुर्माने औऱ दो साल की जेल के सरकार के अध्यादेश को लेकर लोग सकते में हैं।

1 lakh fine for 2 years in jail for not wearing masks in Jharkhand 3विपक्षी पार्टियों ने भी हेमंत सरकार को सीधे निशाने पर लिया है। वहीं सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स की बिष्टुपुर चैंबर भवन में बैठक कर जमशेदपुर बंद रखने का निर्णय लिया है।

जमशेदपुर के व्‍यवसायियों ने इसके विरोध में कल बंद का आह्वान किया है। व्यवसायियों ने ऐलान किया है कि अगर सरकार ने ये तुगलकी फरमान वापस नहीं लिया तो ये आंदोलन अनिश्चितकालीन होगा।

व्यवसायियों ने सरकार से पूछा है कि तीन-चार महीनों से उनकी कमर टूट गई तो सरकार ने क्या किया। आर्थिक मदद और कोरोना को लेकर स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के बजाए मास्क के जुर्माने की आड़ में व्यवसायियों को प्रताड़ित किया जा रहा है।

आखिर कौन एक लाख दे पाएगा। उल्टे पुलिस इसकी आड़ में अवैध वसूली करेगी।

वहीं झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से सप्ताह में तीन दिनों के लॉकडाउन का समर्थन करते हुए जमशेदपुर के लिए चैंबर ने शाम छह बजे के बाद स्वत: लॉकडाउन तय किया। अब रोजाना शाम छह बजे दुकानें व्यवसायी खुद बंद कर लेंगे।

इधर बीजेपी के राज्यसभा सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश और वरिष्ठ पार्टी नेता बाबूलाल मरांडी ने मास्क नहीं पहनने पर 2 साल की जेल और एक लाख जुर्माना को गरीब विरोधी तुगलकी फरमान बताते हुए हेमंत सरकार से पुनर्विचार करने की मांग की है।  

वहीं आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक जयशंकर चौधरी ने सरकार के दो साल की जेल और एक लाख रूपये जुर्माना को हास्यास्पद और जनविरोधी करार दिया है।

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