“एसडीओ की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिन शौचालय के निर्माण के लिए धन दिया गया है। वे अब तक अधूरे पड़े हैं। जिम्मेदार कर्मचरियों ने इसके निर्माण को लेकर रुचि नहीं दिखाई।”
करायपरसुराय (पवन)। नालंदा जिले में खुले में शौच रोकने को लेकर प्रशासन अभियान चला रहा है। जबकि डियावा पंचायत को दो माह पहले ओडीएफ घोषित कर दिया गया था, लेकिन पंचायत के लोग अभी भी खुले में शौच जाने को मजबूर है। इसके बाद भी जिम्मेदारों की लापरवाही से गांव में शौचालय निर्माण का काम अधूरा पड़ा है।
शनिवार को डियावा पंचायत के 11,10 और 09 वार्ड का हिलसा एसडीओ सृस्टि राज ने निरीक्षण किया तो हकीकत सामने आई।
एसडीओ ने इस संबंध में तीन कर्मचारियों का वेतन रोकने का आदेश देते हुये लंबित शौचालय निर्माण कार्य को जल्द पूरा कराने का निर्देश दिया।
प्रखण्ड के डियावा पंचायत के गांव के लोग प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी खुले में शौच जा रहे हैं। एसडीओ ने वहां लोगों को खुले में शौच से मुक्त लेकर रुबरु हुए।
लोगों ने एसडीओ को शौचालय के निर्माण में खामिया होने की बात कही तो उन्होंने इसकी जांच शुरू कर दी।
एसडीओ ने इसके लिए दोषी मानते हुए आवास सहायक राजीव रंजन, पंचायत रोजगार सेवक अशोक कुमार, जितेंद्र कुमार को वेतन बन्द का आदेश दिया।
वहीं उन्होंने बीडीओ को जल्द से जल्द अधूरे शौचालय निर्माण कर उसका भुगतान करने का निर्देश दिया।