“HEC को बचाने के लिये राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर लोग होंगे एकजुट , सभी 6 यूनियनों ने की स्मार्ट सिटी के विरोध करने की घोषणा, दर्जनों चौपाल लगाकर चरणबद्ध आंदोलन करेगी एचईसी नागरिक परिषद”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (अविनाश)। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज पंचवटी मैदान धुर्वा में एचईसी नागरिक परिषद के बैनर तले एक आपात बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में मुख्य रूप से केंद्र सरकार द्वारा एचईसी को विनिवेश करने की खबरों के सन्दर्भ में जोरदार रूप से चर्चा हुआ। विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने आक्रोशित भावना प्रकट कर अपने अपने विचार दिए।
बैठक की अध्यक्षता एचईसी नागरिक परिषद के मुख्य संयोजक कैलाश यादव ने की।
चर्चा में परिषद के प्रमुख सदस्य व समाजसेवी ने कहा कि एचईसी को बचाने के लिए हर कुर्बानी के लिए तैयार रहना होगा। परिषद के जीवेश सिंह सोलंकी ने कहा कि वर्तमान हालात में अस्मिता बचाने के लिए सभी लोगो को एक साथ होना होगा। अरुण सिंह ने कहा कि खून का एक एक कटरा भी देना होगा तो हमलोग को तैयार रहना होगा,सूर्यदेव तिवारी सहित कई लोगो ने अपना पक्ष रखा।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए परिषद के नेता कैलाश यादव ने लोगो को बताया कि दिनांक 26 अक्टूबर 2017 की बैठक में ही नीति आयोग ने एचईसी लि. को विनिवेश करने की अनुशंसा PMO को कर दी थी, जिसे 17 नवम्बर 2017 को इंडस्ट्री मंत्रालय को सूचित कर दिया गया था।
अब बहुत कुछ छिपाने के लिए सरकार व एचईसी प्रबंधन को नहीं रह गया है। वर्ष 1958 से लेकर आज तक राष्ट्रीय सम्पति एचईसी में हजारों लोग सेवा देकर इसकी पहचान को जिंदा रखा है। एचईसी के लोगो ने आज तक के कार्यकाल में बहुत उतार-चढ़ाव देखा है, लेकिन वर्तमान परिस्थिति जैसी हालत आज तक लोगों ने नही देखा।
परिषद नेता कैलाश यादव ने कहा कि विगत पिछले महीनों 9/9/17 को देश के उपराष्ट्रपति बेंकैया नायडू के हाथों स्मार्ट सिटी का शिलान्यास करने का पुरजोर विरोध एचईसी नागरिक परिषद के बैनर तले हमलोगों ने किया था,और
उन्होंने कहा कि एचईसी में स्मार्ट सिटी का निर्माण होगा तो निश्चित तौर पर कारखाने को बंद करना होगा, क्योंकि जहाँ स्मार्ट सिटी बनता है, वहां प्रदूषण मुक्त माहौल होना चाहिए।
ज्ञात हो कि एचईसी प्रबंधन ने स्मार्ट सिटी के नाम पर लगभग 656.75 एकड़ जमीन राज्य सरकार को रिवाइवल पैकेज लेने के नाम पर बेच कर लगभग 742.98 करोड़ रु ले लिया है, जिसमे शर्त के अनुसार सभी तरह के liablities & Retairal dues को खत्म करने की बात कही गई थी।
लेकिन एचईसी प्रबंधन ने राज्य सरकार के इशारे पर एचईसी के वर्ष1997 से लम्बित एरियर का भुगतान ना कर एचईसी सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ धोखा किया है जबकि पैकेज में liablities खत्म करने में भुगतान करने का स्पस्ट जिक्र था।
इस बैठक में सर्वसम्मति से निम्नलिखि प्रस्ताव पारित भी पारित किये गये……
1. एचईसी के सभी 6 यूनियन एक साथ प्रेस कांफ्रेंस कर स्मार्ट सिटी बनाने का विरोध करे,तभी समझा जाएगा कि यूनियन के लोग एचईसी को बचाने का सकारात्मक व सफल प्रयास कर रहे हैं।
2. जागरूकता अभियान के तहत एक माह विभिन्न 15 स्थानों में चौपाल लगाकर लोगो को एकजुट करने का कार्य किया जाएगा।
3. लगभग 50 हजार लोग दिनाँक 18 मार्च 2018 को सड़क पर निकल कर विरोध प्रदर्शन करेंगे।चिन्हित जगहों का घोषणा दूसरे बैठक में बता दिया जाएगा।
4. इस कार्य को सफल करने हेतु एचईसी कारखाना,नगर परिसर में रहनेवाले क्वार्टर, झोंपड़ी, एवं खटाल के लोगो के बीच भी घर-घर जाकर इस मुहिम में शामिल करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा,क्योंकि एचईसी के विनिवेश में जाने से सभीलोगों पर इसका असर पड़ेगा।
5. प्रमुखत:परिषद सभी सामाजिक संगठन,सभी राजनीतिक दल,एवं व्यवसायी तथा झुगी-झोपड़ी वाले लोगों को खुला आमंत्रण देकर आग्रह पूर्वक कहता है कि राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर सभी लोग एचईसी को बचाने के लिए एक कृत संकल्प के साथ अपनी चट्टानी एकता कायम कर एकजुट होकर एक सुखद परिचय दे।
इस बैठक में अनिल कुमार, राजकिशोर सिंह, विक्रमा प्रसाद, इंद्रदेव पासवान, नीतू देवी, उषा देवी, सत्यनारायण प्रसाद, ओमप्रकाश यादव, सुरेश राय, गौरीशंकर यादव, उमेश तिवारी, ब्रजेश मिश्रा, दीपक श्रीवास्तव, अमित सिंह, केदार प्रसाद, एच.एन सिंह, विजय सिंह, काशी चौधरी, अश्विनी सिन्हा, अरुण सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।