
राँची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने आज रांची के जय हिंद फार्मा मेडिकल स्टोर का औचक निरीक्षण कर राज्य में दवा गुणवत्ता को लेकर सख्त रुख अपनाया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कफ सिरप के नमूने जब्त किए और राज्य ड्रग्स निदेशालय को तत्काल जांच के निर्देश दिए। इस कदम के साथ ही पूरे झारखंड में मेडिकल स्टोर्स और दवा डिपो पर नजर रखने के लिए एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई है।

डॉ. इरफान अंसारी ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि फर्जी या घटिया दवाओं की बिक्री को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि झारखंड के हर नागरिक को सुरक्षित और मानक दवाएं मिलनी चाहिए। वे दिन-रात मेहनत कर रहा हैं, ताकि राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत किया जा सके। जो भी इस व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश करेगा, उसे कड़ी सजा मिलेगी।
निरीक्षण के दौरान जय हिंद फार्मा से सभी कंपनियों के कफ सिरप के सैम्पल लिए गए और इन्हें जांच के लिए राज्य ड्रग्स निदेशालय को सौंपा गया। मंत्री ने निर्देश दिए कि प्राथमिक जांच रिपोर्ट 24 घंटे में और विस्तृत रिपोर्ट 72 घंटे के भीतर प्रस्तुत की जाए।
राज्यव्यापी अभियान की शुरुआतः स्वास्थ्य मंत्री ने घोषणा की कि पूरे राज्य में मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और दवा डिपो का औचक निरीक्षण शुरू किया गया है। प्रत्येक जिले में ड्रग्स निरीक्षण टीमें गठित की गई हैं, जो कफ सिरप, एंटीबायोटिक्स और पेन रिलीवर जैसी दवाओं के नमूने एकत्र करेंगी। इन नमूनों की गुणवत्ता जांच कर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बाजार में केवल मानक दवाएं ही उपलब्ध हों।
डॉ. अंसारी ने मेडिकल स्टोर संचालकों को चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी, जैसे डुप्लीकेट या नकली दवाओं की बिक्री, पाए जाने पर स्टोर को तुरंत सील कर दिया जाएगा, लाइसेंस रद्द होगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक स्टेट ऑफ इमरजेंसी है। स्वास्थ्य से समझौता नहीं होगा।
ड्रग्स निदेशालय को सख्त निर्देशः स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य ड्रग्स निदेशालय को त्वरित और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करने के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जांच में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध दवा की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें, ताकि त्वरित कार्रवाई हो सके।
जनता से सहयोग की अपीलः डॉ. इरफान अंसारी ने जनता, मेडिकल स्टोर संचालकों और ड्रग्स अधिकारियों से इस अभियान में सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हम सभी का कर्तव्य है कि झारखंड को स्वस्थ और सुरक्षित बनाएं। अगर कोई गलत कार्य में शामिल है, तो वह अभी सुधर जाए, वरना सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहे।
दवा कारोबार पर रहेगी कड़ी नजरः इस अभियान के तहत दवा उद्योग को भी साफ संदेश दिया गया है कि झारखंड में अब कोई गड़बड़ी नहीं चलेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह पहल न केवल दवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगी, बल्कि लोगों का स्वास्थ्य सेवाओं में विश्वास भी बढ़ाएगी।
बहरहाल, संवास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी का यह कदम झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। आने वाले दिनों में इस अभियान के परिणाम और कार्रवाइयों पर पूरे राज्य की नजर रहेगी।









