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    Saturday, November 23, 2024
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      आरसीपी से लेकर मंडल तक, अब नीतीश के अपने ही करने लगे अवहेलना

      इंडिया न्यूज रिपोर्टर डेस्क। बिहार के सीएम नीतीश कुमार की छवि अब उनके करीबी पार्टी के लोग ही खंडित करने पर तुल गए हैं। एक तरफ जहां केन्द्र में मंत्री आरसीपी सिंह ने लोजपा सांसद चिराग पासवान नीतीश कुमार की आपत्ति के बाबजूद इस्पात मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति में जगह दी है, वहीं उनके एक अन्य चहेते जदयू विधायक गोपाल मंडल ने राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के जमकर कशीदे गढे हैं।

      खबरों के मुताबिक नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच चल रहे घोषित शीत युद्ध से सब वाकिफ हैं। चिराग ने एनडीए से अलग हटकर 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, और जहां-जहां एनडीए की तरफ से जेडीयू के उम्मीदवार थे, वहां से लोजपा प्रत्याशी उतारे थे।

      इसके बावजूद आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार की नाराजगी को धता बता कर चिराग पासवान को इस्पात मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति में जगह दी है, तो इसके कुछ तो मायने होंगे।

      इस्पात मंत्री हिंदी सलाहकार समिति के अध्यक्ष और इस्पात राज्य मंत्री उपाध्यक्ष हैं। इस बार चिराग पासवान समेत बिहार के 5 लोग समिति के सदस्य बनाए गए हैं। समिति में संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा लोकसभा से नामित सांसद संजय सिंह और सुनील कुमार सोनी जबकि राज्यसभा से दिनेश चंद्र विमल भाई अनावाडिया और नरेश गुजराल को सदस्य बनाया गया है।

      वहीं संसदीय राजभाषा समिति द्वारा नामित सांसद चिराग पासवान और दिनेश चंद्र यादव भी समिति के सदस्य होंगे. इसके अलावा इस्पात मंत्रालय द्वारा विधान पार्षद रामबचन राय पूर्व सांसद व रविंद्र रवि के पुत्र डॉ अमरदीप और रिंकू कुमारी को भी मंत्रालय के हिंदी सलाहकार समिति का सदस्य नामित किया गया है। केंद्रीय सचिवालय हिंदी परिषद के प्रतिनिधि के तौर पर गोपाल कृष्णा और महेश बंसीधर अग्रवाल भी इसके सदस्य बने हैं।

      इधर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (आर) ने बिहार विधानसभा उपचुनाव में दोनों सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारा है। चिराग का दावा है कि दोनों सीटों पर जेडीयू उम्मीदवार को हार मिलेगी।

      चिराग के अनुसार नीतीश कुमार ने हमेशा रामविलास पासवान का अपमान किया है. इसके अलावा उनके कोटे से जो केंद्र में मंत्री बने हैं, उन्होनें भी रामविलास जी का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

      इधर, अपने बयानों और हरकतों से हमेशा मीडिया की सुर्खियों रहने वाले जेडीयू विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर अपनी पार्टी लाइन से अलग हटकर राजद सुप्रीमो लालू यादव के साथ उनके पुत्र तेजस्वी यादव की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें बड़े लेवल का नेता बताया है।

      गोपाल मंडल ने कहा है कि लालू यादव राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं। उन्हें बिहार आना चाहिए और उनके आने से असर भी पड़ेगा। लेकिन आरजेडी और कांग्रेस दोनों चुनावी मैदान में है, तो इससे ही पता चल जाएगा कि कितना असर होगा।

      गोपाल मंडल द्वारा लालू यादव को नेशनल लेवल का नेता बनाने के पीछे की वजह मंत्री जीवेश कुमार का बयान है। बीते दिन भाजपा कोटे के मंत्री जीवेश कुमार ने कहा था कि लालू यादव एक्सपायर माल हो गए हैं। मंत्री ने यह भी कहा था कि राजद सुप्रीमो में अब ताकत नहीं बची है। वे दहाड़ने नहीं, बल्कि मिमियाने आ रहे हैं।

      इसपर जदयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि वे (लालू) राष्ट्रीय स्तर के एक बड़ा नेता हैं। उन्हें एक्पायरी माल नहीं कहा जा सकता। उनका आना चुनाव पर बड़ा असर डालेगा।

      मंडल ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव नेता हो सकते हैं, लेकिन तेज प्रताप नहीं। दोनों भले ही लालू यादव के बेटे हों, लेकिन तेजस्वी यादव लीडर हैं। उनमें लीडरशिप की क्षमता है। वहीं तेज प्रताप बहुरंगिया हैं। आए दिन कुछ न कुछ हास्यासपद करते रहते हैं।

       

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