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ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में सीबीआई की इनामी राशि पर पूर्व आईपीएस ने ठोका दावा

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़)। बिहार की बहुचर्चित रणवीर सेना प्रमुख ब्रहमेश्वर मुखिया हत्याकांड में सीबीआई ने पूरक चार्जशीट आरा के जिला एवं सत्र न्यायालय में शनिवार को दायर की थी। इस मामले में पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है।

सीबीआई ने इस रहस्यमय हत्याकांड में कोई सुराग नहीं मिलने पर जनवरी, 2021 में सीबीआई ने जगह जगह एक पोस्टर चिपका कर हत्याकांड को सुलझाने में मदद करने वाले,अहम सुराग देने वाले को दस लाख रुपए देने की घोषणा की थी।

सीबीआई के पोस्टर के बाद बिहार कैडर के आईपीएस सह विप्लवी परिषद के अध्यक्ष अमिताभ कुमार दास ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में सीबीआई निदेशक को पत्र लिखकर अहम जानकारी दी थी। बाद में सीबीआई की टीम ने उनके आवास पर जाकर उनसे अहम् जानकारी प्राप्त की थी।

पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने अपने बयान में सीबीआई को बताया कि हुलास पांडेय ने राजनीतिक प्रतिद्वंदता और वर्चस्व की लड़ाई को लेकर मुखिया की हत्या की थी।

सीबीआई को दी गई जानकारी में श्री दास ने बताया था कि पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय और सुनील पांडेय दोनों भाईयों की नजर ब्रह्मेश्वर मुखिया के आटोमेटिक हथियारों पर थी। वहीं ब्रह्मेश्वर मुखिया अपने पुत्र को विधायक का चुनाव लड़ाना चाह रहे थे।

भोजपुर के इलाके में हुलास ब्रदर्स का भी राजनीतिक दबदबा था। दोनों इस इलाके में अपना वर्चस्व बनाना चाह रहें थे। ऐसे में मुखिया की धमक उन्हें नागवार लग रही थी। इसी अदावत में 1जून, 2012 को ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या कर दी गई थी।

बाद में मुखिया हत्याकांड में नौ साल बाद भी पुलिस और सीबीआई के हाथ कोई सुराग नहीं लगा। तब सीबीआई की ओर से जनवरी,2021 में पोस्टर लगाकर हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और सुराग देने वाले को दस लाख रुपए देने की घोषणा की थी।

अब सीबीआई के द्वारा आरा न्यायालय में पूर्व एमएलसी हुल्लास पांडेय को नामजद अभियुक्त बनाए जाने के बाद अमिताभ कुमार दास ने सीबीआई के दस लाख रुपए पर अपना दावा पेश किया है।

उन्होंने कहा कि सीबीआई ने घोषणा के बाद भी एक पैसा नहीं दिया। उन्होंने सीबीआई निदेशक को पत्र लिखकर सीबीआई के द्वारा दस लाख की इनामी राशि पर अपना हक जताते हुए उक्त राशि की मांग की है और कहा है कि अगर सीबीआई उन्हें राशि नहीं देती है तो निदेशक को न्यायलय में घसीट ले जाउंगा।

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