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    Monday, December 23, 2024
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      थानेदार-दारोगा ने जज को चैंबर में घुसकर पीटा, एसपी के खिलाफ दिया था कड़ा आदेश 

      एडीजे ने मधुबनी के एसपी डॉ सत्य प्रकाश के खिलाफ डीजीपी, होम मिनिस्ट्री, राज्य और केंद्र सरकार को खत लिखा था...

      एडीजे प्रथम अविनाश कुमार ने एक नाबालिग लड़की के अपहरण मामले में पुलिस की ओर से सही धारा न लगाने औऱ एसपी के सुपरविजन रिपोर्ट में मामले की लीपोपती किये जाने पर बेहद सख्त रुख अख्तियार किया था। उन्होंने लिखा था कि मधुबनी के एसपी को कानून के साथ साथ आपराधिक मामलों में सुसंगत धारा लगाने की सही जानकारी नहीं है। लिहाजा उन्हें आईपीएस ट्रेनिंग सेंटर हैदराबाद में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाए

      मधुबनी (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)।  बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर कोर्ट परिसर में थानेदार और दरोगा जज के चेंबर में घुस गये। दोनों ने पिस्टल की नोंक पर जज के साथ मारपीट की।

      खबरों के मुताबिक शोर-शराबा सुनकर कोर्ट के वकील जज साहब के चेंबर की ओर दौड़े तो उनकी जान बची। वकीलों ने थानेदार औऱ दरोगा को कोर्ट में ही बंधक बना लिया।

      The police officer beat up the judge by entering the chamber gave a strong order against the SP 2वर्दीवाले गुंडों के शिकार बने इस जज ने मधुबनी के एसपी सत्यप्रकाश को कानून की जानकारी न होने की कड़ी टिप्पणी करते हुए उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेजने का आदेश दिया था।

      वकीलों के अनुसार कि आज दोपहर उन्होंने एडीजे प्रथम अविनाश कुमार के चेंबर में शोर शराबा होते सुना। मारपीट औऱ गालीगलौज की आवाज सुनकर वकील जज साहब के चेंबर की ओर दौड़े। वकीलों ने देखा कि दो वर्दीधारी हाथों में पिस्टल लिये भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे हैं औऱ मारपीट कर रहे हैं।

      वकीलों ने बताया कि उनके चेंबर में जाने के बाद भी दोनों पुलिसवाले गाली-गलौज औऱ मारपीट कर रहे थे। पुलिसवालों के हमले से सदमे में आये जज कांप रहे थे। बीच बचाव करने आये जज के कर्मचारी चंदन कुमार के साथ भी दोनों पुलिसकर्मियों ने जमकर मारपीट की।

      झंझारपुर कोर्ट के वकील बलराम साह ने बताया कि ये वाकया दिन के लगभग सवा दो बजे की है। वकील कोर्ट का काम कर रहे थे। अचानक दो पुलिस पदाधिकारी कोर्ट में घुसे।

      उनमें से एक घोघरडीहा थाने के थानेदार गोपाल कृष्ण  और एक एएसआई अभिमन्यु कुमार था। ये दोनों अचानक से सीधे एडीजे अविनाश कुमार के कक्ष में घुस गये और घुसते ही गाली-गलौज करना शुरू कर दिया।

      चेंबर में घुसते ही दोनों ने जज को कहा कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गयी कि हमें तलब कर लिया। तुमको हम एडीजे नहीं मानते।

      वकीलों ने बताया कि गाली देते हुए दोनों पुलिसकर्मियों ने जज के साथ मारपीट शुरू कर दी। थानेदार ऐसी ऐसी गालियां दे रहा था जो कही नहीं जा सकती। थानेदार कह रहा था कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गयी एसपी के खिलाफ लिखने की।

      वकील ने बताया कि जब वे चेंबर के अंदर घुसे तो पुलिसकर्मी अभिमन्यु कुमार जज साहब पर पिस्टल ताने हुआ था औऱ जज का अनुसेवक पिस्टल छीनने की कोशिश कर रहा था। इसी क्रम में दोनों पुलिसकर्मियों ने जज के अनुसेवक को भी जमकर मारा।

      झंझारपुर कोर्ट के वकील ये देखकर सन्न रह गये। वकीलों ने दोनों पुलिसकर्मियों को कोर्ट कक्ष में ही बंद कर दिया। किसी तरह से जज की जान बचायी गयी।

      जज अविनाश कुमार के बयान पर दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही थी। मामले पर कोई पुलिस पदाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

      झंझारपुर कोर्ट के वकीलों ने बताया कि एडीजे प्रथम अविनाश कुमार लोक अदालत के भी अध्यक्ष हैं। लोक अदालत में घोघरडीहा थाना क्षेत्र की एक महिला ने आवेदन दिया था।

      इसमें थानेदार गोपाल कृष्ण और एएसआई अभिमन्यु कुमार को कोर्ट में तलब किया गया था। दोनों समय पर नहीं पहुंचे तो एडीजे ने उन्हें जमकर फटकार लगाई थी। इसके बाद ये घटना हुई है।

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