नालंदा के एसपी कुमार आशीष ने दो दिन पहले पुलिस लाइन में जिले के सभी थानेदारो की क्लास ली थी। कहा था जिस थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाएँ होगी, उस इलाके के थानेदारो पर कार्रवाई होगी। लेकिन जिस दिन आप अपने रंगरूटो को चोरी रोकने की नसीहत दे रहे थे, उसी रात सीएम के गृह थाना क्षेत्र हरनौत में लाखों की डकैती हो जाती है। इतना ही नहीं जिले के चंडी, इस्लामपुर, हरनौत, हिलसा, राजगीर, दीपनगर , सारे, बिहारशरीफ आदि थाना क्षेत्र में चोरों का उत्पात मचा हुआ है। वही एकंरसराय में रविवार की रात चोरो ने नया टोला स्थित एक घर में धावा बोलकर लगभग पाँच लाख की संपत्ति पर हाथ साफ कर दिया। वही लूटपाट का विरोध करने पर चोरो ने दो घर वालों को मारपीट कर घायल कर दिया। चोरी की घटनाओं से लोगों की नींद हराम है।
नालंदा ( जयप्रकाश नवीन / मुख्य संवाददाता)। समूचे जिले में चोरों की बहार है। आए दिन चोर बड़ी आसानी से घरों में चोरी की घटना को अंजाम दे रहे हैं लेकिन, पुलिस चोरों को पकड़ने के वजाय चैन की बंशी बजा रही है। जिले में लगातार बढ़ रही चोरी की घटना को पुलिस गंभीरता से नहीं ले रही है। जिसका परिणाम यह हो रहा है कि चोरी की घटनाओं में बेहताशा वृद्धि देखी जा रही है।
पिछले तीन महीने में सिर्फ चंडी थाना क्षेत्र में दो दर्जन से ज्यादा घरों में चोरी की घटनाएँ हो चुकी है। बावजूद चंडी थाना ध्यक्ष अपने पद की शोभा बढ़ा हुए हैं।
उधर एसपी कहते हैं चोरी की घटना हुई तो थानेदार नपेगे। आखिर एसपी का फरमान किस पर लागू होगा रसूखदार और राजनीतिक पहुँच रखने वाले या फिर निरीह थानाध्यक्ष पर।
पहले तो चंडी में चोरो का एक ऐसा खास गिरोह काम कर रहा है, जो ज्यादातर ताला लगे घर को ही निशाना बनाता था। लेकिन अब उसके हौसले बढ़े हुए हैं। अब तो घरों में डायरेक्ट लूटपाट को अंजाम दे रहे हैं। पिछले तीन महीने में चोरी की दो दर्जन से ज्यादा घटनाएँ घट चुकी है। बावजूद पुलिस की पकड़ में एक भी चोर नही आया है। जिससे चोरो के हौसले बुलंद है। और चोर भी पुलिस की लापरवाही का फायदा उठाकर फिर किसी अन्य घर को निशाना बना डालते हैं।
चोर इतने शातिर है कि जब चोरी करते हैं तो चोरी की भनक आसपास के लोगों को भी नहीं लगती है। कुछ अन्य चोरी को छोड़ दे,जहाँ पुलिस का पहरा हर समय नही हो सकता लेकिन थाना से महज चंद कदम पर चोर चोरी कर निकल जाए तो पुलिस की गश्ती कम और मस्ती का अंदाजा लगाया जा सकता है। एक माह पूर्व चूडी मंडी के पास लाखों की चोरी पुलिस की इसी मस्ती की ओर इशारा करती है ।
वही लालगंज और जैतीपुर में एक ही रात कई घरों के ताले टूटना इस बात का इशारा है कि चोरो को चंडी पुलिस का भय नही रहा।
एक तरफ लोगों की गाढी कमाई पर चोर हाथ साफ कर रहे हैं। वहीं पुलिस हर चोरी के बाद चोरी की घटना के पीछे घरवालो को ही संदेह की दृष्टि से देखती है। जिस वजह से पीड़ित थाना का चक्कर नहीं लगा पाता है। और पुलिस भी चोरो की खोज खबर लेने से बच जा रही है। वहीं पिछले दिनों रामघाट में भी चोरो के उत्पात से लोग परेशान थे । हालांकि पुलिस ने वहां पहरा लगा रखा है।
वहीं हरनौत में पुलिस के नाक तले एक पखवाड़े में दूसरी बार भीषण डकैती हो जाना पुलिस की निष्क्रियता को उजागर करती है । एसपी महोदय आप अपने थानेदारो की क्लास लेते रहें, आदेश देते रहे इससे उनके सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। पुलिस अब चोरो के पीछे भागने की वजाय दारूबाजो के पीछे जो भाग रही है। खासकर चंडी में पुलिस दारू के धंधेबाज को पकडती है, और उनसे नजराना लेकर मामले को रफा दफा कर डालती है। शायद यही धंधा जिले के और थाने में चल रही होंगी। भले ही जिले में चोरो की बहार हो लेकिन पुलिस की नजर में जिला पीसफूल है।