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ऑपरेशन चक्र-वी के तहत CBI की बड़ी कार्रवाई, सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़

ऑपरेशन चक्र-वी न सिर्फ साइबर अपराधियों पर चोट है, बल्कि आम नागरिकों की डिजिटल सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम भी है। CBI की यह मुहिम बताती है कि अब डिजिटल फ्रॉड करने वालों की खैर नहीं...!

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। अंतर्राष्ट्रीय साइबर अपराध गिरोहों के खिलाफ भारत सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत एक बार फिर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ऑपरेशन चक्र-वी के तहत बिहार समेत देश के आठ राज्यों में एक साथ छापेमारी की गई, जिसमें फर्जी सिम कार्ड नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया। इस कार्रवाई में टेलीकॉम कंपनियों के पॉइंट ऑफ सेल (POS) एजेंटों को निशाना बनाया गया, जो कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड जारी कर रहे थे।

सीबीआई के अनुसार यह सिम कार्ड डिजिटल गिरफ्तारी, यूपीआई फ्रॉड, नकली निवेश योजनाओं और फेक विज्ञापनों जैसे साइबर अपराधों में इस्तेमाल हो रहे थे। एजेंसी की टीमों ने बिहार के पटना और सीमावर्ती जिलों में कई एजेंटों के ठिकानों पर छापेमारी की। हालांकि इन स्थानों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। यह अभियान अभी भी जारी है और बेहद गोपनीय तरीके से संचालित किया जा रहा है।

सूत्रों की मानें तो इस पूरे नेटवर्क का लिंक अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध सिंडिकेट से है, जो भारत में बैठे एजेंटों के माध्यम से अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। जांच में सामने आया है कि कुछ एजेंट मोटी कमाई के लालच में अपराधियों को सैकड़ों की संख्या में सिम कार्ड मुहैया करा रहे थे। जिनका इस्तेमाल डिजिटल धोखाधड़ी में किया जा रहा था।

CBI प्रवक्ता के अनुसार बिहार के अलावा असम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी एक साथ यह कार्रवाई की गई। अब तक की कार्रवाई में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से कुछ यूपी के मुरादाबाद और सम्भल, तथा मुंबई से हैं। टीमों ने कई मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और फर्जी KYC दस्तावेज भी जब्त किए हैं।

एजेंसी अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य दलालों और एजेंटों की तलाश में जुटी है। जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। सीबीआई की यह कार्रवाई न सिर्फ साइबर अपराध के खिलाफ एक कड़ा संदेश है, बल्कि टेलीकॉम सेक्टर में फैले भ्रष्टाचार और लापरवाही को भी उजागर करती है।

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