“मैं अमिताभ कुमार दास बर्षो तक एक आईपीएस के रूप में देश की सेवा की है। सरकार के इस निरंकुश रवैये को लेकर फैसला लिया है कि अपना पुलिस पदक आपको (राष्ट्रपति) लौटा देंगे…
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो)। वर्ष 1994 बैच के पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास, जिन्होंने अपनी ड्यूटी दिलोजान से निभाया। कई बार तबादले भी हुए। लेकिन सीएम नीतीश कुमार के आगे कभी झुके नहीं। मजबूरन उन्हें स्वैच्छिक सेवानिवृत्त कर दिया गया।
वे राज्य में फैले गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार, शासन व्यवस्था में अराजकता के खिलाफ निर्भीक होकर अपनी आवाज उठाते रहे हैं। इस बार फिर से वह सुर्खियों में है।
लेकिन सरकार की नक्कारा सिस्टम व्यवस्था के खिलाफ उन्होंने अपनी पुलिस मेडल महामहिम राष्ट्रपति को लौटाने का निर्णय लिया है। उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अपने पुलिस पदक को लौटाने का एलान किया है।
बिहार के पूर्व आईजी और बिहार विप्लवी परिषद के चेयरमैन अमिताभ कुमार दास ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है कि सीएम नीतीश कुमार ने भ्रष्ट ठेकेदारों और टेंडर माफियाओं के शह पर पटना की ऐतिहासिक खुदाबख्श लाइब्रेरी के कुछ हिस्सों को जमींदोज का फैसला किया है।
गौरतलब रहे कि पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ख़ुदा बख्श लाइब्रेरी के कर्ज़न रीडिंग रूम के हेरिटेज को ध्वस्त होने से बचाने की कवायद में लगे हुए हैं। जिसके लिए उन्होंने बिहार विधानसभा अध्यक्ष से लेकर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम तक को पत्र लिखकर अपने फैसले को वापस लेने की मांग की है।
एलिवेटेड रोड परियोजना में ख़ुदा बख्श लाइब्रेरी परिसर का अशोक राजपथ से सटा करीब 64 मीटर लंबा और 5/6 मीटर चौड़ा हिस्सा उपयोग में आना है। रोड साइड में स्थित परिसर का कर्ज़न रीडिंग रूम का अधिग्रहण होना है। इसके लिए प्रबंधन से आदेश दे लिया गया है।