इंडिया न्यूज रिपोर्टर डेस्क। जबरिया सेवानिवृत आईपीएस अमिताभ ठाकुर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने यूपी विधानसभा 2022 में सीएम योगी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
उल्लेखनीय है कि अमिताभ ठाकुर फिलहाल आईजी रूल्स एंड मैनुअल के पद पर थे। अमिताभ रिटायर किए गए थे। अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस के साथ-साथ कवि व लेखक हैं।
अमिताभ ठाकुर का विवादों से हमेशा नाता रहा। कई बार सत्ता में बैठे लोगों को अमिताभ से परेशानी हुई।
पिछली अखिलेश सरकार में मुलायम सिंह से विवाद का ऑडियो वायरल होने के बाद निलंबित कर दिए गए थे। इसके बाद अमिताभ ठाकुर ने अखिलेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।अमिताभ के खिलाफ पांच विभागीय कार्रवाई भी हुई थी।
उनके खिलाफ आरोप था कि 16 नवम्बर 1993 को आईपीएस की सेवा प्रारंभ करते समय अपनी संपत्ति का ब्योरा शासन को नहीं दिया था। इसके साथ ही उन्होंने 1993 से 1999 तक का वर्षवार संपत्ति विवरण शासन को एकमुश्त दिया।
आरोपपत्र में यह भी था कि अमिताभ ठाकुर के वर्षवार वार्षिक संपत्ति विवरण में काफी भिन्नताएं हैं। उन्होंने अपनी पत्नी व बच्चों के नाम से काफी संख्या में चल एवं अचल संपत्तियां, बैंक व पीपीएफ जमा की हैं। उनको ऋण व उपहार प्राप्त हुए थे, किन्तु उन्होंने इसकी सूचना शासन को नहीं दी।
इसके बाद अमिताभ ठाकुर कोर्ट पहुंच गए। कोर्ट के आदेश के उन्हें फिर बहाल किया गया। उन्होंने ड्यूटी तो ज्वाइन कर ली पर उसके लाइम लाइट में नहीं आए और गृहमंत्रालय ने समय से पहले उन्हें रिटायर कर दिया।
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