” एसपी कुमार आशीष ने शिक्षा की अलख जगाने की शुरुआत ‘चलो पाठशाला’ से की है जो निश्चित तौर पर इसकी सफलता निर्धारित करेगी। अशिक्षा वो दानव है जिसका नाश होना जरूरी है नहीं तो समाज का नाश निश्चित है।”
बिहारशरीफ (न्यूज ब्यूरो)। नालंदा जिला के दीपनगर थाना के तुंगी ग्राम में मध्य विद्यालय परिसर में नालंदा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे सामुदायिक पोलिसिंग अभियान के तहत कुल ८९ जरूरतमंद बच्चों को स्कूल बैग, किताब, कॉपी, कम्पास इत्यादि सामग्रियां वितरित की गयी। ये वैसे बच्चे हैं जो किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पा रहे थे।
ऐसे बच्चों को प्रेरित करते हुए एसपी नालंदा श्री कुमार आशीष ने कहा की बच्चे देश का भविष्य है, उनकी पढाई के प्रति अभिरुचि एवं मनोबल को बढ़ाने के लिए नालंदा पुलिस सदैव तत्पर है। पुलिस को आप लोग अपने मित्र की तरह समझें जो हर सुख-दुःख में आपके साथ है।
एसपी ने 89 जरूरतमंद बच्चों को पाठशाला पहुंचाकर एक तरह की शंखनाद की है जो शिक्षा की दिशा व दशा निर्धारित करेगी। एसपी कुमार आशीष ने अपने संबोधन में कहा कि अगर समाज को अपराधमुक्त व नशामुक्त बनाना है तो उसकी शुरुआत शिक्षा के बल पर ही की जा सकती है। पुलिस आपका दोस्त है बस शर्त ये है की आपका आचरण आपराधिक नहीं हो।
इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने शराबबंदी एवं तमाम तरह की नशाबंदी के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान का भी आगाज़ किया. उल्लेखनीय है की इस गाँव से पूर्व में भी शराब बनाने एवं बेचे जाने की लगातार शिकायतें मिली थी, जिसका समूल उन्मूलन करने के लिए आज इस अभियान की शुरुआत यह से की गयी।
लोगों के बीच नशामुक्त समाज बनाने की पर्ची बांटकर नालंदा पुलिस ने “नशामुक्त हो समाज अपना” का संदेश देने की कोशिश की है। इसके साथ उपस्थित तमाम लोगो से अपील की है ना ही वे खुद नशा करें, ना ही अपने घर-परिवार में किसी और को ऐसा करने दे।
इस सन्देश को खुद पढ़ें, दूसरों को भी आगे पढने के दें। समाज में नशाबंदी को एक जनांदोलन का रूप दें, सबलोग अपनी अपनी क्षमतानुसार सहयोग करें। अपने इलाके में न ही शराब बनाने दें, ना ही बिकने दें। अगर ऐसा कोई करता है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें। आपकी पहचान गुप्त रही जाएगी और उचित पुरूस्कार भी दिया जायेगा। सभी बच्चों एवं उनके अभिभावकों ने सहर्ष ऐसा करने का वचन दिया है। जरूरतमंद बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और हाथ में गुलाब का फूल एक नए बदलाव की ओर इशारा कर रहा था। मूसलाधार बारिश में भी बच्चों के न कम होने वाले जोश ने सभी में ऊर्जा भर दी।
डीएसपी निशित प्रिया के महिला सशक्तिकरण व बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा बेटियों के मन में विश्वास की भावना जागृत करने के लिए काफी थी। उन्होनें कहा कि आप पढ़ेंगे तभी समाज बढ़ेगा।
एसपी संग बच्चों ने स्कूल में खाया मिड डे मील
आज के कार्यक्रम में सबसे अच्छी बात यह दिखी कि तुंगी मध्य विद्यालय में एसपी व डीएसपी के साथ जमीन पर बैठकर बच्चों ने एक साथ मिड डे मील चखा। न अलग से कोई बर्तन न बंद बोतल वाली पानी। एक साथ भोजन करके उन्होंने बच्चों को संदेश देने की कोशिश की कि सभी एक है, न कोई छोटा, न कोई बड़ा। जात-पांत, धर्म और सम्प्रदाय के बंधन से ऊपर उठकर बिहार राज्य के हित की बात सोचें…ये सन्देश दिया गया।
कार्यक्रम खत्म होने के बाद कई बच्चों ने मंच पर आकर एसपी व डीएसपी से ऑटोग्राफ मांगा व एक अच्छे इंडियन बनने की कसम खायी। उनके भाव को देखकर दोनों अधिकारियों ने उन्हें शुभकामनाएं भी दी। बच्चों में अपने बीच एसपी और डीएसपी के साथ सेल्फी लेने का भी क्रेज दिखा।
एसपी ने बताया की इस कार्यक्रम को पूरे जिले में लागू किया जायेगा और सामुदायिक पोल्सिंग के तहत समाज के हर वर्ग को पुलिस से जोड़ा जायेगा। इस तरह अपराध नियंत्रण में काफी सहायता मिलेगी और आम लोगों की शिकायतें भी दूर होंगी।
इस अवसर पर गिरियक अंचल निरीक्षक सुनील सिंह, दीपनगर थानाध्यक्ष राहुल , प्रधानाध्यापक मुनव्वर आलम, प्रभारी शिक्षक वेद प्रकाश, राहुल सिंह, सतेंद्र सिंह, शिक्षाविद विकास, अजहर, अमितेश, अमजद सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।