बिहार शरीफ (एम फिरदौसी)। बड़ी दरगाह स्थित लगने वाले चिराग मेला में आए झुला कारीगर से रात के अंधेरे मे तीन बदमाशों ने हथियार के बल पर सो रहे झूला कारीगर से 2500 और दो मोबाईल फोन को लूट कर आराम से चलते बने ।
लूट के शिकार हुए कारीगर ने बताया कि मेरे साथी कारीगर सब झूला के उपर सो रहे थे और मै झुला के नीचे लगे तम्बू मे अकेला सो रहा था रात करीब 1 बजे के आस पास तीन की संख्या मे रहे बदमाश ने मुझे हाथियार के बल पर कब्जा मे लेकर मुझसे रूपया की माँग करते हुये पास मे रखे मेरे कपड़ा से रुपया और दो मोबाईल फोन लेकर चला गया।
पीड़ित कारीगर ने आगे बताया की झुला के उपर सो रहे मेरे कुछ कारीगर ने जब आबाज सुन कर हल्ला मचाया तो तीनो बदमाश भाग गये जब मेला के कुछ लोगो द्वारा टाँच की लाईट से देखा गया तो तीनो बदमाश हाथ में हथियार लहराते गोली मार देने की धमकी देते हुये भाग रहे थे ।
जबकि घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर दरगाह पुलिस चौकी है। इतना हल्ला होने के बाबजुद भी दरगाह पुलिस चौकी से किसी भी पुलिस वाले ने बाहर निकलने की हिम्मत नही किया और न ही सुबह मे जाकर घटना की जानकारी लिया।
जब सवांददाता ने लूट के शिकार हुये पीड़ित से पूछा कि आप ने थाना मे शिकायत दर्ज कराया की नही, तब उसने साफ कहा कि हमलोग कमाने खाने वाले लोग है। हर जगह मेला लगाते है । इस केस मुकदमा के चक्कर मे नही पड़ना चाहते हैं।
जब इस सवांददाता ने दरगाह टी ओ पी के इन्चार्ज से इस सबन्ध मे जानकारी लेनी चाही तो पुलिस चौकी के जमादार का यही कहना था कि लिखित शिकायत मिलने के बाद ही पुलिस जाती है।
जब सवांदादाता ने जब पुछा कि घटना स्थल यहा से ठीक सामने है, पुलिस चौकी से आप आवाज भी सुन कर दौड़ सकते थे तो वे सवांददाता से उलझते हुये और कहा कि “कानून मत सीखाओं मुझे मुझे लिखित शिकायत मिलने के बाद ही मै जाउगाँ।.घटना घट जाये या कोई मर जाये”
जब सवांदादाता ने उनकी बोली को कैमरा मे कैद करना चाहा तो वो चुप हो गये और देख लेने की बात कहने लगे। दरगाह पुलिस चौकी के जमादार के इस रवैयेे से जहाँ लोगो में पुलिस के प्रति विश्वास उठता जा रहा है।