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    Saturday, November 23, 2024
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      पश्चिम बंगाल पुलिस ने झारखंड के 3 कांग्रेस विधायकों को 50 लाख कैश के साथ दबोचा

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। पश्चिम बंगाल में एक और कैशकांड का खुलासा हुआ है। पुलिस ने झारखंड के तीन कांग्रेसी विधायकों को कैश के साथ हिरासत में लिया है। ये हैं-जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, कोलेबिरा के नमन विक्सल कोंगाड़ी और खिजरी विधायक राजेश कच्छप।

      West Bengal Police arrested 3 Congress MLAs from Jharkhand with 50 lakh cash 4खबरों के मुताबिक उनके पास से 50 लाख रुपए से अधिक राशि मिलने की बात सामने आ रही है। तीनों विधायकों से पांचला थाने में पूछताछ चल रही है। पुलिस यह पता लगा रही है कि पैसों का स्रोत क्या है, कहां लेकर जा रहे थे।

      गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में कई कांग्रेस विधायकों पर क्रॉस वोटिंग करने और भाजपा के संपर्क में होने का संदेह है। पुलिस ने तीनों विधायकों के मोबाइल जब्त कर लिए हैं।

      पुलिस का दावा है कि तीनों के अंतिम 50 कॉल से कुछ सुराग मिले हैं। नोट बरामदगी की सूचना मिलने के बाद देर रात केंद्रीय वित्त मंत्रालय की टीम भी पांचला थाने पहुंची और तीनों विधायकों से पूछताछ की। पूछा कि वे बिना बॉडीगार्ड क्यों सफर कर रहे थे।

      पूछताछ में विधायकों ने फिलहाल पुलिस के सामने बहाना बनाया है कि नौ अगस्त को आदिवासी दिवस है। उस दिन झारखंड में बड़े पैमाने पर गरीब आदिवासियों के बीच साड़ियों का वितरण किया जाना है।West Bengal Police arrested 3 Congress MLAs from Jharkhand with 50 lakh cash 3

      सरकार की योजना के तहत साड़ियों की खरीदारी के लिए उन्होंने कोलकाता के बड़ा बाजार में एक कारोबारी से सौदा किया था। इसके बाद वे कांग्रेस की बैठक में भाग लेने मंदारमनी जा रहे थे। वहां से लौटने के बाद वे बड़ा बाजार जाते और साड़ी की खेप लेकर झारखंड चले जाते। लेकिन पुलिस इस बात पर विश्वास नहीं कर रही है।

      इरफान पिछले साल भी दिल्ली गए तो लगा था ऐसा ही आरोपः पिछले साल जुलाई में भी झारखंड सरकार को गिराने की साजिश रचने का दावा किया गया था। सरकार गिराने की साजिश के आरोप में 22 जुलाई 2021 को कांग्रेस के ही विधायक अनूप सिंह ने रांची के कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया था।

      आरोप था कि अलग-अलग जगहों से कुछ लोग राजनीतिक षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए रांची में जुटे हैं। सत्तारूढ़ दल के विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात चल रही है। ताकि कुछ विधायकों को प्रलोभन देकर उन्हें तोड़ा जा सके और सरकार गिराई जा सके। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में एक दुकानदार, फल विक्रेता और श्रमिक को दो लाख रुपए के साथ पकड़ा था।

      इस मामले में पुलिस ने कोर्ट को जो पत्र भेजा था, उसमें दावा किया था कि 10 दिन पहले विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और अमित यादव दो आरोपियों के साथ एक ही फ्लाइट से दिल्ली गए थे। इसमें दो पीएनआर का भी जिक्र था।

      बताया गया था कि पीएनआर नंबर ओएमजेडएमआरडब्ल्यू पर आरोपी निवारण प्रसाद महतो, अमित कुमार और कुमार गौरव दिल्ली गए थे। वहीं दूसरी पीएनआर नंबर आईजीसीटी2वी पर इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, अमित कुमार यादव और हर्षवर्धन नामक व्यक्ति ने यात्रा की थी।

      इन नेताओं के दिल्ली यात्रा की जानकारी मिलने के बाद पुलिस दिल्ली और मुंबई गई थी, लेकिन इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

      कैश ले जाने की सूचना पर पुलिस ने रोकाः हावड़ा (ग्रामीण) एसपी स्वाति भंगालिया ने बताया था कि पुलिस को सूचना मिली थी कि काले रंग की कार में भारी मात्रा में कैश ले जाया जा रहा है। इसके बाद वाहन चेकिंग अभियान शुरू किया। मिदनापुर की ओर जा रही एक गाड़ी को रोका गया। उसमें झारखंड के तीन विधायक थे।

      उन्होंने बताया कि पुलिस ने गाड़ी की तलाशी लेनी चाही तो इरफान अंसारी उलझ गए। पुलिस ने सख्ती दिखाई और जांच की तो एक बैग में नोट मिले। पुलिस ने हावड़ा के रानीहाटी मोड़ पर रोका, तलाशी में एक बैग में कैश मिले

      कांग्रेस पर हमलावर हुई भाजपाः नाेट बरामदगी के बाद भाजपा हमलावर हो गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा-कांग्रेस के विधायक पैसों के साथ पकड़े गए हैं। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।वहीं रांची सांसद संजय सेठ ने सवाल उठाया कि पैसों के पीछे बांग्लादेश या नेपाल का कोई कनेक्शन तो नहीं है।

      स्वीकारोक्ति के मोड में कांग्रेसः कांग्रेसी विधायकों से भारी मात्रा में नोट मिलने के बाद कांग्रेस स्वीकाराेक्ति के मोड में आ गई है। पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा किघटना निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि अभी पूरे मामले की जानकारी नहीं है। जानकारी मिलते ही आलाकमान को पूरी रिपोर्ट भेजेंगे।

      झामुमो ने भी कांग्रेस से मांगा स्पष्टीकरणः झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि तीनों विधायकों और कांग्रेस को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि पैसे कहां से और कैसे आए। बंगाल पुलिस से यह जानकारी ली जाएगी।वैसे झामुमो का मानना है कि दो साल से झारखंड सरकार को अपदस्थ करने की कोशिश जारी है।

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