“एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस को बर्ड फ्लू के नाम से जाना जाता है। इस खतरनाक वायरस का संक्रमण आदमी और पक्षियों को सर्वाधिक प्रभावित करता है….”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बर्ड फ्लू की वजह से 6 मोरों की मौत के बाद पटना जैविक उद्यान को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।
खबर है कि उद्यान प्रशासन ने एहितायत बरतने के लिए जू में 600 मास्क मंगाए गए हैं। सभी मोर की मृत्यु एवियन इन्फ्लूएंजा से हुई है और पक्षियों में एच1एन1 वायरस पाया गया है।
फिलहाल जैविक उद्यान में मौजूद सभी पक्षियों की जांच की जा रही है। आज क्रिसमस दिवस होने के बाद भी जैविक उद्यान को नहीं खोला गया और इसे कब खोला जाएगा, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। इस दौरान जैविक उद्यान को बर्ड फ्लू इन्फेंक्शन फ्री किया जाएगा।
जैविक उद्यान के अधिकारियों का कहना है कि सभी बर्ड की जांच की जाएगी। जांच पूरी होने के बाद जब क्लियरेंस मिल जाएगा, तभी ज़ू को फिर से खोला जाएगा।
फिलहाल, मृत मोर की जांच मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान ने की थी। जांच में मृत मोर में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस पाया गया। अभी तक पटना जू में 6 मोरों की मौत हो चुकी है।
बर्ड फ्लू इंफेक्शन चिकन, टर्की, गीस और बत्तख की प्रजाति जैसे पक्षियों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इससे इंसान और पक्षियों की मौत तक हो सकती है।
एवियन इन्फ्लूएंजा पीड़ित में बुखार, सिर में दर्द रहना, हमेशा कफ रहना, नाक बहना, दस्त होना, हर समय उल्टी जैसा लगना, गले में सूजन, मांसपेशियों में दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना, सांस में समस्या, आंख में कंजंक्टिवाइटिस आदि के लक्षण उभरते हैं।