“प्रशासन सभी निकायों के प्रमुख स्वच्छता सर्वे 2019 में अव्वल आने का दावा कर रही हैं। लेकिन जमीनी हकीकत इनके दावों से कुछ अलग ही बयां कर रही है…”
चाईबासा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड सरकार स्वच्छता सर्वे 2019 को लेकर कमर कस चुकी है। इसको लेकर सभी शहरी एवं ग्रामीण निकायों में प्रशिक्षण का काम शुरू हो चुका है।
इन तस्वीरों को गौर से देखिए। ये बोलती तस्वीरें हैं- सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत पड़नेवाला गम्हरिया के उस ईलाके का, जहां काफी बड़ी आबादी निवास करती है और जो आप गंदगी देख रहे हैं, ये कोल्हान का सबसे खूबसूत सड़क माना जानेवाला टाटा-सरायकेला-चाईबासा हाई स्पीड सड़क है।
इस सड़क पर गंदगी का आलम यह है कि लोग नाक पर कपड़े रखकर चलने को विवश हैं। इधर आदित्यपुर नगर निगम के अधिकारियों के दावों में कितनी सच्चाई है, इन तस्वीरों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं।
ऐसे में स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के लिए जो बजट आनेवाला है, उसका क्या होगा। इसका भी अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं। एक बार फिर से स्वच्छता के नाम पर निगम में लूट मचेगी।
जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक अपने हाथों में झाड़ू लेकर अखबारों और चैनलों में नजर आएंगे और सर्वेक्षण की टीम फाईव स्टार होटलों में बैठकर रैंक देकर निकल जाएगी।
आश्चर्य है कि आदित्यपुर नगर निगम का, जिसके पास आज तक क्षेत्र की गंदगी साफ करने से लेकर उसके निष्पादन का कोई स्थाय़ी समाधान नही हो सका है।
दुर्भाग्य है कि निगम क्षेत्र के पौने दो लाख की आबादी का, जिन्हें हर साल बढ़ा हुआ टैक्स भरना पड़ता है और सुविधाओं के नाम पर आज भी उन्हें विभाग के अधिकारियों का चक्कर लगाना पड़ता है।