एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। न्यूज की पुष्टि और कवरेज करने गये पत्रकार की बिहार में प्रतिबंधित शराब के नशे में धुत नालंदा जिले के राजगीर थाना में पदास्थापित जमादार पहले पिटाई करता है। उसके बाद हाजत में बंद कर देता है। सूचना मिलने पर एएसपी के निर्देश पर डीएसपी पीड़ित पत्रकार को हाजत से बाहर निकाल अपने सामने लिखित शिकायत लिखवाते हैं। जमादार के शराब के नशे में धुत होने की मेडिकल जांच की बाबत एसपी फरमाते हैं कि फरार है। उसे ट्रेस किया जा रहा है। ट्रेस होने के बाद ही कुछ किया जा सकता है।
उधर राजगीर थाना में ही पीड़ित पत्रकार पर थाना परिसर में ही नशे में धुत शराबी जमादार द्वारा घटना के 2 घंटे बाद मारपीट कर सोने की सिकड़ी और बड़ी राशि नकद छीनने का आरोप लगा एफआईआर दर्ज कर लिया जाता है। साथ में कहां जाता है कि आरोपी जमादार राजगीर सदर अस्पताल की बजाय बिहारशरीफ सदर अस्पताल में ईलाज करवा रहा है।
लेकिन एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क टीम के पास जो वीडियो फोटोग्राफ मिले हैं, वे काफी चौंकाने वाले हैं और बिना शीर्ष पुलिस अफसर की मिलीभगत से संभव नहीं है। एक तरफ काफी चोट की शिकायत लेकर बिहारशरीफ सदर अस्पताल जाता है। वहां के डॉक्टर उसका गंभीर ईलाज करते हैं। इसकी भनक एसपी तक को नहीं होती है।
जबकि आश्वस्त सूत्रों के अनुसार उस जमादार का नशा जांच के बजाय फर्जी चोट की ईलाज करवाने बिहार थाना में पदास्थापित एक एसआई साथ जाता है और डॉक्टर की मिलीभगत से ईच्छित रिपोर्ट बनवा लेता है। इस नौटंकी की सारी कहानी अस्पताल की सीसीटीवी में कैद है।
आश्चर्य की बात यह है कि पीड़ित पत्रकार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज होने के बाद अगली सुबह ही अपनी जमानत कराने आरोपी जमादार वर्दी झाड़ के सफेद चमक-धमक के साथ बिहारशरीफ कोर्ट पहुंच जाता है और हमारी टीम के कैमरे में कैद हो जाता है।
वहां की तस्वीरों को देख आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि ये शराबी जमादार कितना चोटिल है और हर जांच से कितना उपर है। उसकी खड़े-खड़े जमानत भी हो जाता है और उसका बेलर बनता है राजगीर का एक जाना-माना सरकारी भूमि का अतिक्रमण। (आगे जारी….)