नालंदा(न्यूज डेस्क)। नालंदा में “मोहल्ला” सरकार बनाने के लिए छिटपुट हिंसा के बीच मतदान चल रहा है। तीन बजे तक 48 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं।
रविवार को बिहारशरीफ के 292 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हुआ ।हालाँकि जिला प्रशासन शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे। लेकिन मतदान के दौरान जो खबरें आ रही है, उससे जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है।
इस निकाय चुनाव में तीन बजे तक की जो तस्वीर उभरकर सामने आई है उसमें ‘जिसकी लाठी उसकी भैस’ वाली कहावत दिख रही है। बिहारशरीफ के मथुरिया मोहल्ले के वार्ड संख्या 38 में मतदान को लेकर दो गुट भिड गए। दोनों गुटों के बीच जमकर रोडेबाजी हुई, जिनमें आठ लोगों के घायल होने की खबर है। जिन्हें सदर अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
वही वार्ड नम्बर 39 में एक प्रत्याशी विशेष के द्वारा मतदाताओं के लिए भोज का आयोजन कर रखा था। डीएम और एसपी ने सूचना के आधार पर वोटरों को लुभाने के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार किया। वार्ड संख्या 33 के अंन्तर्गत खैराबाद महलपर पर मारपीट और गोलीबारी की घटना हुई । हालाँकि पुलिस ने गोलीबारी की घटना से इंकार किया है।
वही बड़ी दरगाह इलाके में एक प्रत्याशी के पिता को कुछ लोगों ने पीट दिया। यहाँ भी गोली चलने की बात कही जा रही है। मिरदाद इलाके में भी मतदान को लेकर तनाव देखा गया। वार्ड संख्या 5 में सोहडीह और सलेमपुर के मतदाताओं के बीच झड़प की खबर मिल रही है।
फिलहाल मतदान समाप्ति में एक घंटे बाकी है। लेकिन जिस तरह से नालंदा में निकाय चुनाव के दौरान छिटपुट हिंसा की घटना हुई है। उससे जिला प्रशासन के सुरक्षा के दावे खोखले दिख रहे हैं। इससे तो बेहतर पंचायत चुनाव रहा, जो शांतिपूर्ण सम्पन हुआ था ।