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    Saturday, November 23, 2024
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      अंततः झुके CM, मुजफ्फरपुर के ‘महापाप’ की होगी CBI जांच

      भारत सरकार के केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के ससंद में हामी और बिहार में विपक्ष के कड़े तेवर के बाद सीएम नीतिश कुमार को अंततः बैकफुट पर जाना पड़ा।  उन्होंने पूरे देश चर्चित मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के ‘महापाप’ की सीबीआई जांच की शिफारिश की है, जिसकी उंगली सीधे उपमुख्यमंत्री शुशील मोदी और खुद उन पर उठी है।”  

      पटना ब्यूरो (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)।  मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की सिफारिश की है। विपक्ष कई दिनों से इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहा था। MUZAFFARPUR SHELTER GIRL HOME SEX SCANDLE 1

      केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा था कि अगर बिहार सरकार चाहे तो केंद्र  बालिका गृह मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है। इसके बाद से ही विपक्ष सरकार पर लगातार हमले कर रहा था।

      विपक्ष का कहना था कि अगर केंद्र सरकार मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए तैयार है तो राज्य सरकार एक्शन क्यों नहीं ले रही है।

      मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले की सीबीआई जांच पर राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि हम लगातार इसकी मांग कर रहे थे। हमारी मांग है कि हाईकोर्ट के जज की मॉनिटरिंग में ये जांच होनी चाहिए, नहीं तो ये सिर्फ लीपापोती का काम होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में लगातार हो रही घटनाओं पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस्तीफा देना चाहिए।

      मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की ‘कोशिश’ टीम की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में दो महीने पहले यह मामला सामने आया था कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में रहने वाली बच्चियों से यौन शोषण हुआ है।

      इसके बाद 31 मई को यहां से 44 लड़कियों को छुड़ाया गया। 16 बच्चियों को पटना, 14 को मोकामा और 14 को मधुबनी भेजा गया। जांच रिपोर्ट में 29 बच्चियों से यौन शोषण की पुष्टि हुई है। 8 बच्चियों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। अस्वस्थ होने की वजह से दो बच्चियों की अभी जांच नहीं हो पाई है।

      हालांकि, सीएम नीतीश कुमार विपक्ष की ओर इशारा करते हुए   कहा है कि सरकार निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है, किन्तु एक भ्रम का वातावरण बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि भ्रम का वातावरण नहीं रहे, इसलिए मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और प्रधान सचिव गृह को तत्काल इस पूरे मामले को सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया है।

      इससे पहले सूबे के पुलिस मुखिया कह रहे थें कि बिहार पुलिस ही मामले की जांच करेगी। इसी बीच इस घटनाक्रम में नीतीश सरकार के एक मंत्री के पति का नाम सामने आने के बाद मामला राजनीतिक रूप ले लिया था ।

      नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में शामिल समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंदेश्वर वर्मा का पर मुजफ्फरपुर बालिका होम जाने का आरोप है। इस मामले को लेकर प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने ट्विट कर सीएम नीतीश पर तंज भी कसा था।

      इधर मंत्री मंजू वर्मा नेअपने पति चंदेश्वर वर्मा पर गंभीर आरोप लगने के बाद  ने  चुप्पी तोड़ते हुए पहली बार मीडिया से बातचीत की। मंजू वर्मा ने डंके की चोट पर ऐलान कर दिया कि उनके पति चंदेश्वर वर्मा निर्दोष हैं।

      मंजू वर्मा ने विपक्ष के रवैए पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष का काम केवल हंगामा करना बच गया है। सीएम नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर कांड की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा कर दी है, इसके बावजूद विपक्ष हाय तौबा मचा रहा है।

      हालांकि चंदेश्वर वर्मा ने कल खुद इस बात को स्वीकार किया था कि उन्होंने एक बार मुजफ्फरपुर बालिका गृह का दौरा किया था। इन आरोपों के बाद मंजू वर्मा लगातार विपक्ष के निशाने पर है और नीतीश सरकार उनकी वजह से बैकफुट पर आ गई है।

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