“मध्यान्ह भोजन के लिए भवन की व्यवस्था है। उसकी राशि तुरंत मुहैया करा दी गई। मगर बच्चों के ठन-पाठन के लिये एक भी कमरा का निर्माण नहीं हुआ। फिर भी सरकार शिक्षा की चौमुखी विकास की ढिंढोरे पीटते नहीं थक रही”
बिहार शरीफ (राजीव रंजन)। इसका जीता जागता उदाहरण बिहार के सीएम के गृह जिले नालंदा स्थित उनके सपनों का स्वर्ग राजगीर प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बेलदारी पर की तस्वीर को देखिए।
यहां की तस्वीर देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि इस कड़ी धूप में बैठकर बच्चे अपने भविष्य किस तरह अपने थैले में बंद कर रहे हैं और शिक्षा विभाग के अधिकारी रहनुमाओं समेत नेता तथा मंत्री जिनके बच्चें राज्य ही नहीं, बल्कि देश के टॉप स्कूलों में एयरकंडीशन कमरे में शिक्षा ग्रहण कर रहे होंगे।
यह तस्वीर है सरकार के उस मंत्री के विधानसभा क्षेत्र नालंदा की, जहां से विधायक का चुनाव जीतकर श्रवण कुमार लगातार बिहार सरकार में तीन बार से मंत्री बनते आ रहे हैं। उनके क्षेत्र में बच्चे इस तरह गर्मी में बांसबाड़ी की छांव में बैठकर पढ़ाई करते हैं।
जब भवन के संबंध में एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ की टीम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार से संपर्क साधा तो उन्होंने बताया कि दिखवा लिया जाता है। यदि शिक्षा विभाग में राशि रहेगी तो भवन निर्माण के लिए राशि का आवंटन भी किया जाएगा।