“बिहार में अपराधी बेलगाम हो गये हैं। मेहनत-मजदूरी कर दो वक्त की रोटी की जुगाड़ करना भी मुश्किल हो गया है। विकास ड्राईवरी कर अपने परिवार का पेट पालने घर से बाहर निकला कि शातिर लूटेरों की चपेट में आकर अपनी जान खो बैठा…”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार के नालंदा जिले के हिलसा थाना के मिल्की पर गांव के खंदा से बरामद शव की पहचान हो गई है। उस शव की पहचान मूलतः जहानाबाद जिले के घोषी थाना के फरीदपुर गांव निवासी अजय शर्मा का पुत्र विकेश कुमार का बताया जाता है। जोकि ड्राईवरी कर अपने परिवार का पालन करता आ रहा था।
परिजनों के अनुसार कुछ लोगों ने विकेश से सम्पर्क कर निश्चलगंज चलने की बात कह स्कार्पियो को मंगवाया और देर रात तक वापस लौट आने की बात कही। इस विश्वास पर विकेश अपने घर देर रात लौटने की बात दुहरा स्कार्पियो लेकर निकल गया। लेकिन जब देर रात विकेश घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों को अनहोनी का शक होने लगा।
विकेश के स्कार्पियो में जीपीएस (ग्लोबल पोजेसनिंग सिस्टम) लगा था। सारे परिजन उसके सहारे विकेश को ढूंढते की कोशिश करने लगे। इस दौरान वे लोग सोमवार की दोपहर हिलसा थाना के अरपा गांव पहुंचे। गांव वालों ने बताया कि देर रात वहां एक आदमी के घर पर स्कार्पियो पर सवार लोग आए और करीब पांच घंटा रुकने के बाद चले गए।
अरपा के लोगों से परिजनों को जैसे ही खंदा में एक युवक के शव फेंके होने की खबर मिली, वैसे ही परिजनों की बेचैनी बढ़ गई और वे स्कार्पियो में लगे जीपीएस का लोकेशन लेने में जुट गई।
दोपहर बाद स्कार्पियो का लोकेशन मोतीहारी जिले के अरेराज थाना इलाके था। उसके बाद परिजनों ने अरेराज थाना पुलिस से को मामले की जानकारी दोकर यथासंभव कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
इसके बाद मोतिहारी जिले के अरेराज थाना पुलिस ने तत्परता दिखाते हुये वाहन चेकिंग में जुट गई। उस दौरान स्कार्पियो की गति धीमी हुई त्योंही, परिजन ने जीपीएस के सहारे स्कार्पियो के ईंजन को बंद कर दी।
हालांकि, जांच के दौरान स्कार्पियो पर सवार तीन युवकों के होने की बात करने वाली अरेराज थाना पुलिस चंद मिनट में सभी सवार युवक के फरार होने की सूचना दी।
आशंका है कि स्कार्पियो पर सवार भाड़ेदार युवक किसी लूटेरा गिरोह के लोग हैं, जिसने एक सुनियोजित षडयंत्र के तहत विकेश को हत्या कर वाहन लूट भागने में सफल रहे।
परिजन बताते हैं कि विकेश कुमार केन्द्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के श्री चंदन कुमार भारद्वाज नामक जवान, जोकि मूलत: जहानाबाद जिले के परसबीघा थाना के गोनामा गांव निवासी हैं, उन्हीं का वाहन चलाकर अपने परिवार का गुजारा कर रहा था।
चंदन और विकेश के बीच जीजा-साला का रिश्ता है। इसीलिये विकेश की आर्थिक बदहाली के कारण एक स्कार्पियो खरीद कर दे रखा था। जो अपनी मर्जी से स्कार्पियो को इधर-उधर ले जाकर कमाई करता था।
इधर विकेश की हत्या के तार अरपा थाना क्षेत्र से जुड़ने की पुष्टि होते ही इंस्पेक्टर मदन प्रसाद सिंह के नेतृत्व में हिलसा थाना पुलिस वहां पहुंच कर हत्यारों-लूटेरों की तलाश में जुट गई।
परिजनों ने विकेश की हत्या से पहले लूटेरों के अरपा गांव में एक व्यक्ति के घर पर करीब पांच तक रुकने की बात बताई है।