अन्य
    Sunday, November 24, 2024
    अन्य

      वर्खास्त पंचायत शिक्षक ने मुखिया पति और पंचायत सचिव को पीटा !

      नालंदा (संवाददाता)। पहितिया के बर्खास्त पंचायत शिक्षक ने भूई पंचायत की मुखिया सुप्रिया सिन्हा के पति की जूते-चप्पल से जमकर धुनाई कर दिया। साथ ही बर्खास्तगी पत्र वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। इतना ही नहीं शिक्षक ने पंचायत सचिव के साथ मारपीट कर बैग भी छीन लिया, जिसमें पंचायत के कई महत्वपूर्ण पेपर थे।

      इस संबंध में सिलाव थाने में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। लेकिन अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है , जिसके कारण मुखिया और पंचायत सचिव परिवार दोनों भयभीत हैं।

      जानकारी के अनुसार भुई पंचायत के पहितिया विद्यालय में मुन्नीलाल मिस्त्री सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थापित थे। जिलाधिकारी डॉक्टर त्याग राजन एस एम के निर्देश पर श्री मिस्त्री के फर्जी नियुक्ति संबंधी मामले की जांच कराई गई। जांचोपरांत इनकी नियुक्ति अवैध पाई गई। इनकी नियुक्ति पूर्व मुखिया द्वारा की गयी थी।

      राजगीर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी देवनंदन चौधरी ने फर्जीवाड़ा साबित होने के बाद पहितिया के शिक्षक मुन्नीलाल मिस्त्री को बर्खास्त करने का आदेश पंचायत नियोजन समिति को दिया।

      प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के आदेश के  अनुपालन के आलोक में  पंचायत सचिव ने उक्त शिक्षक को बर्खास्त कर दिया। बर्खास्तगी पत्र देखते ही मुन्नीलाल मिस्त्री आग बबूला हो गए और मुखिया के घर आ धमके। उन्होंने मुखिया सुप्रिया सिन्हा के पति सुधीर कुमार की जूते चप्पल से जमकर पिटाई की। उसके बाद बर्खास्तगी पत्र वापस लेने की चेतावनी दी। बर्खास्तगी पत्र को निरस्त नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी। इस घटना के बाद मुखिया पति ने सिलाव थाने में बर्खास्त शिक्षक के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराया है ।

      इस घटना के बाद इस पंचायत के पंचायत सचिव प्रमोद चौधरी पहितिया गांव से  भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु पदाधिकारी और राजगीर के प्रखंड विकास पदाधिकारी के बाद पंचायत सरकार भवन लौट रहे थे।

      उसी दौरान बर्खास्त शिक्षक में ने उनके साथ भी मारपीट व गाली गलौज कर बैग छीन लिया, जिसमें पंचायत के कई महत्वपूर्ण पेपर और पंजी थे।

      पंचायत सचिव ने भी इस घटना को लेकर सिलाव थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है, जिसमें मारपीट कर बैग छीनने के अलावे जाति सूचक गाली देने एवं जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है।

      पंचायत सचिव ने कहा कि बर्खास्त शिक्षक ने पहले उन पर बर्खास्तगी पत्र को वापस लेने का दबाव बनाया। लेकिन जब वह पत्र वापस लेने से इंकार कर दिया तो बर्खास्त शिक्षक ने उसके साथ मारपीट कर बैग छीन लिया और जान मारने की धमकी भी दी। जिसके कारण वे दहशत में हैं। घटना की सूचना उन्होंने वरीय अधिकारियों को भी दी है।

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!