बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। “लोकतंत्र के इस शहर में अभी आदमी खोया नहीं है,धर्म जाति का जहर पीकर आदमी सोया भी नहीं है। भले ही राजनीतिक दल धर्म की आड़ में लोगों को बहका दें, बावजूद लोगों में आज भी कही न कही इंसानियत बची हुई है।”
कुछ इसी इंसानियत और मानव धर्म का परिचय नालंदा के बेन प्रखंड के लोगों ने दी। जहाँ एक तीन बर्षीय बच्चा अजमल घर के निर्माण के लिए खोदे गए बीस फीट गड्ढे में गिर पड़ा।
बच्चे की चीख पुकार सुनकर पड़ोसियों का जमावड़ा लग गया। धर्म -मजहब की दीवार गिर गई। लोग अजमल को बचाने के लिए आगे दौड़ पड़े।
दरअसल, नालंदा के बेन में मो अकरम के घर निर्माण के लिए तीन दिन पहले बीस फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। अजमल अपनी दादी के पीछे पीछे आ रहा था। शायद उसकी दादी को इसका आभास नहीं हुआ। बच्चे का पैर ईट पर पड़ा और वह फिसल कर संकीर्ण गड्ढे में गिर पड़ा।
बच्चे के गड्ढे में गिरने की खबर से परिजनों में हाय तौबा मच गई। पड़ोसी बच्चे को सही सलामत बाहर निकालने की जुगत में लग गए। घटना की सूचना मिलते ही बेन पीएचसी के चिकित्सक पहुँच कर गहरे गड्ढे में ऑक्सीजन की व्यवस्था की।
बाद में जेसीबी मशीन लाकर बगल में गड्ढा कर दो घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को सही सलामत निकालने में लोग सफल रहे।
बच्चे के परिजन ने अपने पड़ोसियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनके अथक प्रयास और सहयोग से बच्चा सकुशल बाहर निकल सका। बच्चे को बेहतर इलाज के लिए पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहाँ बच्चा सकुशल बताया जाता है।
बेन प्रखंड के लोगों ने इस सराहनीय कार्य के लिए अकरम के पड़ोसियों की भूरि -भूरि प्रशंसा की है।