“टीकाकरण से 3 बच्चों की मौत के बाद गंभीर रुप से बीमार 5 बच्चों को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए हैं और एएनएम को बंधक बना लिया है।”
पलामू (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। पलामू जिले के पाटन प्रखंड अंतर्गत लोइंगा गांव में विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों को लगाया गया टीका उनकी मौत का कारण बन गया। एक-एक कर तीन मासूमों की मौत हो गयी, जबकि पांच बच्चे जीवन और मौत से जूझ रहे हैं।
जानकारी के अनुसार एक दिन पूर्व लोइंगा गांव के आठ मासूमों को विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए कई तरह के टीके लगाए गए थे। शनिवार की रात उनकी स्थिति बिगड़ने लगी और एक-एक करके तीन की मौत हो गयी, जबकि पांच गंभीर हो गए।
आनन-फानन में पहले उन्हें पाटन स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया, लेकिन स्थिति चिंताजनक होने के कारण बेहतर इलाज के लिए डालटनगंज सदर अस्पताल भेज दिया।
घटना के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। डीपीएम प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि पाटन में रोटा वायरस वैक्सीन की खेप अभी तक नहीं पहुंचायी गयी थी।
बच्चों को कौन सा टीका दिया गया, इसकी जांच के लिए पाटन स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी और प्रखंड बीपीएम को घटना की जांच के लिए भेजा गया है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी।
इधर, घटना की सूचना मिलने पर छत्तरपुर विधायक राधाकृष्ण किशोर लोइंगा पहुंच गए हैं। उनकी पीड़ितों से वार्ता हो रही है।
विधायक ने कहा कि बच्चों की मौत के जिम्मेवार जो भी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। चूक कहां से हुई इसकी जांच करायी जायेगी।
उधर, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी ट्वीट कर पलामू जिले के पाटन प्रखंड के लोइंगा में तीन बच्चों की हुई मौत पर गहरी चिंता जताते हुए जांच का आदेश दिया है। जांच में दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की बातें कही है।