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    Sunday, November 24, 2024
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      रांचीः पथराव पर पुलिस की आंसू गैस, जमशेदपुरः ट्रक फूंका, ट्रेनें रोकी, 6 हजार हुये गिरफ्तार

      रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में दलित संगठनों की  भारत बंदी का पूरे झारखंड में बंद का व्यापक असर दिखा।

      रांची में बंद समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस को आंसू गैस के गोले तक छोड़ने पड़े। बंद समर्थकों ने जमशेदपुर में ट्रक को आग के हवाले कर दिया।jharkhand bharat band 4

      पलामू के डालटनगंज, कोडरमा में ट्रेन का परिचालन ठप कर दिया गया। कई जगहों पर बंद समर्थकों की पुलिस के साथ नोंक-झोक भी हुई। दोपहर बाद तकरीबन सभी जिलों में स्थिति समान्य हो गई।

      रांची सहित कई जिलों में बंद समर्थकों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुई। प्रदेशभर में पुलिस ने 5738 बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया। जिन्हें जिला मुख्यालय में बनाए गए जेल कैंपों में रखा गया।

      रांची में 592, गुमला में 54, लोहरदगा में 19, चाईबासा में 79, जमशेदपुर में 837, सरायकेला में 10, पलामू में 171, गढ़वा 550, लातेहार में 378, हजारीबाग में 160, रामगढ़ में 154, गिरिडीह में 74, बोकारो में 50, धनबाद में 1034, दुमका में 30, देवघर में 519, जामताड़ा में 45, पाकुड़ में 50, गोड्‌डा में 800 और साहेबगंज में 132 गिरफ्तारियां शाम चार बजे तक हुई थी।

      रांची के आदिवासी हॉस्टल के बंद समर्थकों ने जमकर उपद्रव किया। उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया। उन्हें काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। लाठीचार्ज भी करनी पड़ी।

      इसके बाद हॉस्टल में छिपे बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, हटिया चौक में जगह-जगह टायर जलाकर बंद समर्थकों ने प्रदर्शन किया।

      भारत बंद के दौरान जमशेदपुर एवं घाटशिला मार्ग पर एमजीएम थाना क्षेत्र में बंद समर्थकों ने एक ट्रक में आग लगा दी।

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      पलामू के डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर बंद समर्थकों ने ट्रैक जाम कर ट्रेन का परिचालन ठप कर दिया। पुलिस के काफी समझाने के बाद 3 घंटे बाद रेल चक्का जाम खत्म किया गया। डालटनगंज बायपास रोड को भी जाम किया गया था।

      बंद समर्थकों ने बोकारो के चास स्थित गरगा पुल को जाम कर दिया। इससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस के मौके पर पहुंचने और समझाने पर जाम खत्म किया गया।

      पलामू के मेदिनीनगर के रेड़मा चौक व अन्य जगहों पर बंद समर्थक नारेबाजी करते नजर आए। कई जगहों पर सड़क जाम भी किया गया।

      हजारीबाग के पदमा में एनएच-33 स्थित इटखोरी मोड़ पर सड़क जाम कर दिया। इससे तीन किमी तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। प्रदर्शन शांतिपूर्ण होने की वजह से पुलिस बल को बंद समर्थकों को हटाने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। इस दौरान दर्जन भर बंद समर्थकों ने अपनी गिरफ्तारी भी दी।

      लातेहार के बरवाडीह में दुकानें बंद कराने को लेकर दुकानदारों और बंद समर्थकों के बीच नोंकझोक भी हुई।

      बंद समर्थकों ने धनबाद-गया रेलखंड के यदुडीह हाल्ट में करीब 3 घंटे तक रेल चक्का जाम किया। जाम के कारण नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, सरमाटाड स्टेशन पर और हावड़ा कालका मेल एक्सप्रेस, परसाबाद स्टेशन पर लगभग एक घंटे तक खड़ी रही। दोपहर बाद स्थिति समान्य हो गई।

      बंद समर्थकों ने 2 घंटे झरिया-धनबाद मुख्य मार्ग को जाम रखा। मौके पर पहुंची झरिया पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद जाम हटाया।

      इस दौरान आधा दर्जन बंद समर्थकों ने विरोध में अपनी गिरफ्तारी दी। इधर, गिरिडीह के बगोदर स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-2 को 4 घंटे तक जाम कर दिया गया।

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      पुलिस प्रवक्ता आरके मल्लिक ने बताया कि बंद के दौरान उपद्रवियों से निपटने के लिए प्रदेश भर में पुलिस की चौकस व्यवस्था की गई थी। उपद्रवियों को सड़क पर आते ही गिरफ्तार कर जिला मुख्यालय में बनाए गए जेल कैंप में रखा गया था।

      लंबी दूरी के वाहनों का परिचालन नहीं हुआ। माल ढुलाई पूरी तरह से प्रभावित रहा। रांची के लालपुर थानातंर्गत आदिवासी हॉस्टल गेट के समीप बंद को लेकर करीब 50 छात्र-छात्राओं के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। जिनकी झड़प पुलिस के साथ हुई। इसमें पुलिस द्वारा हल्का बल एवं अश्रु गैस का प्रयोग किया गया। 

      एसटी-एसी एक्ट 1989 में संशोधन के खिलाफ भारत बंद का झारखंड में भी कई राजनीतिक दलों और कई संगठनों ने समर्थन किया है।

      बंद का कांग्रेस, राजद, झाविमो, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भाकपा माले, झामुमो, केंद्रीय सरना समिति, आदिवासी छात्र संघ, भारतीय दलित परिसंघ सहित कई आदिवासी, दलित संगठनों ने समर्थन किया।

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