सिलाव (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। पुलिस-प्रशासन खिलाफ पिछले पांच दिनों से बंद नालंदा जिले के सिलाव बाजार के लोगों के बीच आज रविवार को क्षेत्रीय सांसद कौशलेन्द्र कुमार और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार हाल-चाल लेने व बंदी तुड़वाने की मंशा से पहुंचे।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सांसद और मंत्री ने सिलाव बाजार की बंदी खत्म करने की दिशा में काफी असफल प्रयास किये। लेकिन बंद समर्थक अपनी पुरानी मांग पर अड़े रहे।
सांसद और मंत्री ने बाजार बंद समर्थकों के साथ सिलाव के श्री हिन्दी पुस्तकालय सभा कक्ष में एक महती बैठक भी की और लोगों से फौरन बाजार खोलने का अनुरोध किया।
बंद समर्थकों की मांग है कि सिलाव उपद्रव के बाद पुलिस द्वारा पकड़े गये कथित निर्दोष लोगों को पहले रिहा कर मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाये, तभी वे सिलाव बाजार खोलेगें।
उधर प्रशासन का कहना है कि पुलिस ने अब तक जिन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है, उनके खिलाफ उपद्रव में शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं। किसी भी निर्दोष के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
कहते हैं कि बंद समर्थकों की मांग और प्रशासन की दलील के बीच कायम गतिरोध सांसद और मंत्री दूर नहीं कर सके और आगामी 4 अप्रैल को पुनः आने का आश्वासन देकर दोनों चलते बने।
बता दें कि विगत 28 मार्च को रामनवमी शोभा यात्रा जुलूस के दौरान बड़ी उपद्रव मचाया गया था। दो समुदाय के बीच माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई।
जुलूस समर्थकों का आरोप था कि पुलिस-प्रशासन की लापरवाही से सब कुछ हुआ और उपद्रव के बाद एकतरफा कार्रवाई की जा रही है।
जबकि प्रशासन का कहना था कि किसी अनहोनी की आशंका को लेकर मनमानी पर उतारु जुलूस को रोका गया तो लोग उग्र होकर उपद्रव मचाने लगे।