रांची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। राजधानी रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र में अपराधियों ने एक इंजीनियर और मुंशी की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। मौके पर ही दोनों लोगों की मौत हो गयी। घायल को बेहतर इलाज के लिए रिम्स में भर्त्ती कराया गया।
मृतकों की पहचान कर्नाटक निवासी इंजीनियर विशाल रेड्डी और मध्य प्रदेश के सतना निवासी मुंशी प्रहलाद सिंह राठौड़ के रूप में की गयी है।
इस घटना में पोकलेन का ड्राइवर देवकी सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिसे रिम्स में भर्ती कराय गया है। उसके पैर में गोली लगी है। सभी एसके कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी हैं और यहां काम कर रहे थे।
क्या है मामलाः प्रत्यशदर्शियों के अनुसार, शुक्रवार को सुबह छह वर्दीधारी लोग तीन बाइक पर सवार होकर आये और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। फायरिंग में इंजीनियर और मुंशी को गोली लगी और उनकी घटनास्थल पर हा मौत हो गयी। वहीं फायरिंग में ड्राइवर भी घायल हो गया। हमला कर सभी अपराधी लोधमा कर्रा रोड की ओर भाग निकले।
ग्रामीणों के अनुसार, अपराधियों ने करीब 15 राउंड गोली चलायी। मौके पर जांच के लिए पहुंची पुलिस मान रही है कि लेवी की मांग को लेकर यह हत्या की गयी है। जांच चल रही है। आशंका जाहिर की जा रही है कि पीएलएफआई उग्रवादियों ने उक्त घटना को अंजाम दिया होगा।
जांच में जुटी पुलिसः मौके पर ग्रामीण एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, नगड़ी थाना प्रभारी अन्य थाना प्रभारी व पुलिस पदाधिकारियों सहित काफी संख्या में पुलिस फोर्स पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
घटना के पीछे नक्सली संगठन पीएलएफआई का हाथ माना जा रहा है, जिसने लेवी वसूली के लिए इस घटना को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
घटना से सहमा घायल ड्राइवरः इस पूरी घटना को अपने आंखों से देखने वाला 35 वर्षीय पोकलेन चालक देवकी सिंह के पैर में गोली लगी है। जिसे इलाज के लिए रिम्स लाया गया। रिम्स के सर्ज़री विभाग में डॉ एसबी शर्मा के यूनिट ने घायल का इलाज़ चल रहा है।
घायल देवकी सिंह घटना से इतना डरा हुआ है कि वह अपने चेहरे को कपड़े से ढक रखा है। पत्रकार जब घायल देवकी का फोटो खिंच रहे थे, उस दौरान घायल डर की वजह से बोलने लगा कि सर फोटो मत खींचिये नहीं तो वे लोग हमको भी जान से मार डालेंगे।
देवकी हजारीबाग का रहने वाला है। रांची के तुपुदाना में रहकर वह पोकलेन चलाकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता है। देवकी की स्थिति खतरे से बाहर बतायी जा रही है।
नही थी काम की जानकारीः जांच में आये रेलवे के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कंपनी का काम शुरु होने से पहले रेलवे पुलिस और संबंधित थाना को जानकारी दी जाती है। लेकिन एसके कंस्ट्रक्शन कंपनी ने किसी को कार्य शुरु करने की सूचना नहीं दी।
अधिकारी को इतना भी नहीं पता था कि किस कंपनी को काम मिला है। इसको लेकर रेलवे के कुछ लोगों से भी फोन पर जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन इनलोगों को भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि नगड़ी में किस कंपनी का काम चल रहा है।
तीन दिन से बंद था कामः घटना को लेकर आसपास के ग्रामीणों ने बताया कि कई दिनों से लोदमा बालस्रिंग के बीच रेलवे दोहरीकरण के लिए मिट्टी का काम चल रहा है।
विगत तीन दिन से काम बंद था। कार्यस्थल के नजदीक ही एक टेंट बनाकर कर्मी रहते हैं। शुक्रवार की सुबह सभी नास्ते की तैयारी कर रहे थे। तभी अपराधियों ने हमला कर दिया। किसी को भागने तक का मौका नहीं मिल सका।