बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। नालंदा पुलिस अपनी नाकामियों पर पर्दा डालना चाहती है, मगर अपराधी बेखौफ होकर दिनदहाड़े घटना को अंजाम दे रहे हैं।
सुशासन बाबू के गृह जिले में अपराधी इतने बेखौफ हो गए है कि जिला मुख्यालय स्थित बिहार शरीफ बस स्टैंड के पास दो गुटों में एजेंटी को लेकर दर्जनों राउंड ताबड़तोड़ फायरिंग होती है, उससे चारो ओर अफरा-तफरी मच जाती है।
घटना सूचना लहेरी थानाध्यक्ष संतोष कुमार दीपनगर थाना अध्यक्ष राहुल कुमार एवं यातायात थाना प्रभारी जय गोविंद सिंह यादव घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन की तो फायरिंग के बातें स्पष्ट रूप से सामने आई एवं घटनास्थल से कारतूस का खोखा भी बरामद किया गया।
अब सवाल उठता है कि बिहार शरीफ बस स्टैंड के ठेकेदार पूर्व विधान परिषद सह जदयू नेता राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू यादव के नाम पर है। बावजूद सुशासन की सरकार में रहते हुए अपने नाम के अधिग्रहित क्षेत्र में गोलीबारी की घटना उनके लिए एवं नालंदा प्रशासन के लिए शर्मसार है।
घटना की पड़ताल करने के बाद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पता चला है कि बिहार शरीफ से गया के लिए जाने वाली गाड़ी नागराज के सर्विस मैनेजर बूंदी यादव से राजू यादव एवं उनके सहयोगियों के द्वारा प्रतिदिन ₹300 रंगदारी के तौर पर मांगा गया जिसे देने का विरोध बूंदी यादव को महंगा पड़ा।
आज दोनों पक्षों से कहासुनी हुई जिसमें बूंदी यादव एवं उनके पुत्र के साथ सुनसान गली में ले जाकर मारपीट किया गया जिसमें बुंदी यादव के पुत्र पप्पू कुमार गंभीर रुप से जख्मी हो गया।
अब देखना यह लाजिमी होगा कि नालंदा पुलिस आखिर कार्रवाई कब तक करती है क्योंकि इस विवाद में पूर्व एमएलसी राजू यादव सही अन्य लोगों का भी नाम सामने आ रहा है।
वही इस घटना से स्पष्ट होता है कि जिला प्रशासन कितने तत्परता से अपनी कार्य को निभाती है और ऐसे भी लहेरी थाना क्षेत्र में अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि बात बात पर दिन मे ही ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर देते हैं, जिसका ताजा उदाहरण एजेंटी को लेकर बिहार शरीफ बस स्टैंड में हुई गोलीबारी की घटना से है।