रांची। सरकार राज्य के सभी नागरिकों विशेष कर सुदुरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के सुदूर गांव के अंतिम व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। उक्त बातें आज रांची के जिला स्कूल परिसर में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्घाटन करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री श्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी बोल रहे थे। उन्होंने इस मौके पर 12 बच्चों को दवा भी खिलायी गयी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा ‘राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है। जो 9 फरवरी को हमारे राज्य मे मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एक राष्ट्रव्यापी, आंगनबाड़ी तथा स्कूल आधारित कृमि मुक्ति कार्यक्रम है जिसके अंतर्गत सभी 1-19 वर्षीय बच्चों को कृमि नाशक दवा दी जाती है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विभाग के सभी पदाधिकारी, एनएचएम के सभी कार्यदल, चिकित्सक, एएनएम, सहिया साथी तथा सहिया दीदी से सहयोग करने की अपेक्षा की है।
उन्होंने झारखंड वासियों से अपील करते हुए कहा कि “स्वस्थ्य झारखण्ड एवं सुखी झारखण्ड” बनाने के लिए अपना सहयोग प्रदान करें।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव सह अभियान निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि कृमि बीमारी भारत और हमारे राज्य के लिए चुनौती है और स्वास्थ्य विभाग के पास अनुभव है कि चुनौतियों को कैसे पार करना चहिए। हम अपने अनुभवों के आधार पर आगे की रणनीति बनाकर एनडीडी अभियान को सफल बनायेंगे। इस अभियान को सरकारी अभियान के रूप में न लेकर, सार्वजनिक अभियान के रूप लिया जायेगा।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय कृमि दिवस के माध्यम से 19 जिलों (बोकरो, चतरा, धनबाद, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गोडडा, गुमला, जामताड़ा, खूँटी, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, रामगढ़, राँची, सरायकेला, सिमडेगा, कोडरमा, एवं पाकुड़) में लगभग 1 करोड़ 8 लाख बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलाई जायेगी। शेष पांच जिलों देवघर, गिरिडीह, हजारीबाग, साहेबगंज तथा पश्चिमी सिंहभूम में एमडीए कार्यक्रम के तहत 78,72,690 बच्चों को दवा दी जायेगी।
इस दिवस पर बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों, सरकारी तथा सरकारी अनुदान प्राप्त स्कूलों और सभी निजी स्कूलों में एल्बेंडाजोल 400 मिग्रा की चबाने वाली गोली, खिलाई जाएगी। गैर पंजीकृत और स्कूल न जाने वाले बच्चों को आगंनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से कृमि नाशक दवा दी जाएगी। वहीं 15 फरवरी, 2017 को मॉप-अप दिवस मनाया जाएगा। इस दिन जो बच्चे बीमार हैं या कोई दूसरी दवा ले रहे हैं या जिन बच्चों को किसी कारण राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवाई नहीं दी जा सकी है, उन्हें यह दवाई 15 फरवरी को खिलाई जायेगी।
इस कार्यक्रम में एविडेंस एक्षन तकनिकि संस्था के पदाधिकारीगण, रांची सिविल सर्जन शिवशंकर हरिजन, मीडिया कंसलटेंट अजय कुमार शर्मा और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।