“स्टिंग ऑपरेशन के बाद इस बात का आज खुलासा हो गया है कि अस्पताल में 20 वर्षों से कार्यरत डॉक्टर नुरुल हक अस्पताल के ठीक सटे प्राइवेट क्लिनिक चला रहे हैं।”
गोड्डा (नागमणी)। झारखंड प्रदेश के सरकारी डॉक्टर कानून को ठेंगा दिखाते नज़र आ रहे हैं; कहानी गोड्डा जिले के महगामा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां कार्यरत डॉक्टर अस्पताल के ठीक सटे प्राइवेट क्लिनिक चलाते नज़र आ रहे हैं।
जानकारी हो कि डॉक्टर नुरुल का क्लिनिक अस्पताल से महज 10 कदम की दूरी पर वर्षों से चलाया जा रहा है। अस्पताल में भारी संख्या में आने वाले मरीज परेशान रहते हैं, वहीं ‘साहब’ अपने प्राइवेट क्लिनिक में ड्यूटी आवर में सेवा देते नजर आते हैं। साथ ही गरीब-लाचार मरीजों से यहां 200-200 रुपया प्रति मरीज फी भी वसूला जाता है।
बेहद हैरान करने वाली तस्वीरों पर जब खुद डॉक्टर से पूछताछ करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कैमरा बन्द करने की सलाह देते हुए अपना बचाव करते नज़र आए।
वहीं अस्पताल के फार्मासिस्ट नईमुद्दीन ने भी इस बात का खुलासा किया कि डॉक्टर नुरुल हक अस्पताल के ठीक सटे प्राइवेट क्लिनिक चलाते हैं। हालांकि पूरे मामले की जानकारी गोड्डा सिविल सर्जन बनदेवी झा को दे दी गई है, जिस पर उन्होंने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया।