“कल तक सीएम के लिए तरह-तरह की व्यवस्था करने में मशगूल रहने वाले पदाधिकारी इतने सुस्त कैसे हो गए कि वे अपने कर्तव्यों को भी भुला चुके।”
हिलसा (चन्द्रकांत)। सीएम नीतीश कुमार की यात्रा को यादगार करने में पूरी ताकत झोंक देने वाले अधिकारी आमजनों की परेशानी ही भूल गए। मौसम की बेरुखी से आमजनों के समक्ष उत्पन्न समस्या से ऐसा ही कुछ प्रतीत हो रहा है। पिछले कई दिनों से शहर तथा आसपास के ग्रामीण इलाके में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है।
शरीर को सिहरा देने वाली कनकनी का प्रतिकूल असर आमजनजीवन पर स्पष्ट दिख रहा है। कनकनी से लोग रोजमर्रे के कामों से भी दूर भाग रहे हैं। जिंगदगी बचाने के लिए घरों से भी नहीं निकल रहे है। ये सब वैसे लोग हैं जिन्हें कुछ सुखी सम्पन्न हैं, लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो जिन्हें इस कनकनाती ठंड में बाहर निकला उनकी मजबूरी है।
ऐसे लोगों के समक्ष उत्पन्न समस्याओं के निदान की दिशा में अधिकारी स्तर पर अबतक कोई पहल नहीं किया गया। न तो शहर और न ही ग्रामीण इलाके में कोई अलाव की व्यवस्था नहीं की गई। किसी भी गरीब लोगों के बीच गर्म कपड़े भी वितरित नहीं किए गए।
चर्चा है कि सीएम की यात्रा को यादगार बनाने के लिए मेहनशत अधिकारी इन दिनों सारी चिंताओं को छोड़ चैन की नींद ले रहे ताकि थकान दूर हो पाए।
बहरहाल जो भी हो मौसम और पदाधिकारियों की बेरुखी किसी गरीब की जान चली जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।