बिहार सरकार ने जनता से संवाद बढ़ाने के लिए एक नई पहल की थी, सीएम नीतीश कुमार के ऑफिस व सभी विभागों के मंत्री आला अफसरों के फोन नम्बर जारी किए थे। उसमें सुशील मोदी- BJP- उपमुख्यमंत्री, वित्त, वाणिज्य कर, आईटी, वन एवं पर्यावरण विभाग के लिए 9470001251, 9431049431 भी शामिल थे।
नीतिश सरकार ने मीडया के जरिये इन नंबरों की मदद से अपनी शिकायत सीधे संबंधित मंत्री तक पहुंचाने की बात कही गई थी लेकिन, यह सब नक्कारखाने की तूती बनी हुई है।
बिहार राज्य के लखीसराय जिले के बालगुदर ग्राम के एक किसान सुबोध सिंह ने उपमुख्मंत्री के नंबर 9431049431 पर फोन किया तो उधर से किसान को बड़ी पीड़ादायक जबाव मिली।
जबाव मिला कि एक किसान की इतनी हैसियत नहीं है कि वे उप मुख्यमंत्री से बात करे। किसान बार-बार अपनी दुखड़ा बताने की कोशिश करता रहा और उधर से उसे अपमानित किया जाता रहा।
उस किसान ने एक्सपर्ट मीडिया न्यूज को बताया कि वह उप मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा बताना चाहता था। उसकी पीड़ा है कि उसकी धान की फसल की खरीद नहीं की गई है। उसे अगली फसल लगाने-बचाने में काफी परेशानी हो रही है। बैंक बाले भी कर्ज वसुली के लिये भारी दबाव बना रहे हैं। उसके पास आगे आत्म हत्या करने के आलावे कोई विकल्प नहीं सूझ रहा है।
ऐसे में सबाल उठता है कि क्या एक किसान की हैसियत नहीं है कि वे भाजपा के सुशील मोदी को फोन कर अपनी दुखड़ा सुना सके। मोदी जैसे जिन नेताओं के लिये चुनावों जो किसान मां-बाप बन जाता है, उसी से इतनी घृणा! बड़ी लानत की बात है।
पीड़ित किसान ने 9431049431 इंटरनेट से सर्च कर ली थी। कई सरकारी गैर सरकारी वेबसाइट में यह नंबर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का बताया गया है।
हालांकि जब 9431049431 पर एक्पर्ट मीडिया न्यूज ने बात की तो उधर से जबावी ने बताया कि वह नंबर उप मुख्यमंत्री का नहीं है बल्कि सुशील मोदी के खास करीबी पूर्व विधान पार्षद व हाई कोर्ट के अधिवक्ता उदयकांत चौधरी का है।
जब श्री चौधरी से पुछा गया कि किसान से आपकी ही बातचीत हुई थी, तो उन्होंने कहा कि उनका फोन कई लोग उठाते रहते हैं। अब किसने उनके मोबाईल से क्या कहा, वे नहीं बता सकते।
यहां पर बता दें कि 9431049431 पर हुई किसान की बातचीत और एक्सपर्ट मीडिया न्यूज के साथ हुई बातचीत की सामने की आवाज स्पष्ट मिलती है।
जब पूर्व पार्षद से यह पूछा गया कि जब 9431049431 उप मुख्यमंत्री का नहीं था तो फिर किसान का भ्रम दूर किये वगैर आपने उसे किसान की हैसियत उप मुख्यमंत्री से बात करने की नहीं है। ऐसा क्यों कहा?
इस पर उन्होंने एक्सपर्ट मीडिया पर भी उबलते हुये कहा कि उप मुख्यमंत्री से जो चाहेगा वे बात कर लेगा। ऐरा-गैरा भी बात कर लेगा। सुशील मोदी उनके काफी करीबी हैं। उनके पीए को सारी बातें बता दी है। इंटरनेट पर सच थोड़े होता है। कोई भी किसा नंबर सोशल साइट या वेबसाइट पर डाल देता है।