“चोरों ने मस्जिद के खादिम को पीट-पीट कर मरण अवस्था मे छोड़ मलिक वयां मकबरा में रखे सीढ़ी के सहारे बेशकीमती सिजरा चुरा कर ले उड़े। चोरों ने खादिम का मोबाइल भी अपने साथ ले गये। चोरी की गई सिजरा की कीमत अंतररष्ट्रीय बाजार मूल्य करोड़ों रुपए की बताई जाती है।”
बिहारशरीफ (राजीव रंजन)। प्राचीन उदंतपुरी और आज नालंदा जिला मुख्यालय बिहार शरीफ का हिरण्य पर्वत 2014 के जुलाई में सुर्ख़ियों में रहा था, तब पूर्णिया से आये बिहार पॉलिटेक्निक का एग्जाम देने छात्रों की लूट के बाद हत्या कर दी गयी थी।
वहीं हिरण्य पर्वत फिर से घटनाओं में सुर्खियां बटोर रहा है। ऐसा इसलिये कि बिहार शरीफ के बड़ी पहाड़ी ( हिरण्य पर्वत) पर स्थित मलिक वयां के प्राचीन मकबरा में घुस कर आठ दस नकाबपोश चोरों ने उत्पात मचाया।
चोरों ने वहां सो रहे खादिम को मारपीट कर अधमरा कर करीब आठ सौ साल पुरानी बेशकीमती सिजरा की चोरी कर ली। यह घटना सोमवार की मध्यरात्रि बाद की है। मकबरा के कुछ दूरी पर तैनात पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
इस मामले को गंभीरता से देखते हुए नालंदा एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने वहां तैनात होमगार्ड के तैनात सभी पांच जवानों को निलंबित कर दिया है।
वहीं डीएम डॉ. त्यागराजन ने कहा कि निलंबित किये गये होमगार्ड जवानों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना की सूचना पाकर लहेरी थाना पुलिस के साथ डीएसपी निशित प्रिया, डीएसपी इमरान परवेज रात में ही मौके वारदात पर पहुंचे थे। घटना स्थल के आस पास से पुलिस ने सख्त लोहे को काटने वाले ब्लेड बरामद किया है।
कहा जाता है कि मकबरे के खादिम अल्लाउद्दीन ताला लगा कर अंदर सोये थे। रात के करीब एक डेढ़ बजे चोर चैन काट कर मकबरे में घुसे और खादिम की जमकर पिटाई की।
जख्मी खादिम को देखने के लिये बिहार शरीफ शहर के राजद के पूर्व विधायक पप्पू खान पहुंचे और पूरे घटना की जानकारी ली।