हिलसा (चन्द्रकांत)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ हिलसा कोर्ट में तकरीबन दो माह पहले दर्ज कराई गई शिकायत पर सोमवार को भी सुनवाई नहीं हो पाई।
वादी के अधिवक्ता श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि व्यस्तता के कारण कोर्ट से समय की मांग की गई। कोर्ट द्वारा निर्धारित तारीख को बहस में शरीक होंगे।
मालूम हो कि उक्त शिकायत भाजपा नेता ब्रजनेश चंद्र विद्यार्थी द्वारा इस वर्ष छह सितम्बर को कोर्ट में दर्ज कराया गया था।
भाजपा नेता श्री विद्यार्थी मूलत: हिलसा अनुमंडल के खड्डी-लोदीपुर गांव के रहने वाले हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ लालू प्रसाद यादव द्वारा बोले गए अपशब्द को शिकायत का मुख्य आधार बनाया गया।
शिकायत पत्र में कहा गया है कि राजनैतिक लाभ के लिए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव दिए गए वक्तव्य से समाज पर बुरा असर पड़ा जो समाज के लिए खतरा है। पिछड़ी जाति और मध्यमवर्गीय परिवार पर कुठाराघात है।
नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं और पिछड़ी जाति से आते हैं। यह वक्तव्य कुर्मी और जादव जाति के बीच वैमनस्यता पैदा कर सकता है।
इस मामले में पिछले 14 सितम्बर को प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुनील कुमार सिंह के कोर्ट में वादी श्री विद्यार्थी का शपथ पर ब्यान होना था, अचानक तबीयत बिगड़ जाने के कारण वादी नहीं आ पाए।
इसी बीच मामले में प्रतिवादी बनाए गए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की ओर से कोर्ट में अधिवक्ता द्वारा वकालतनामा देकर सहयोग का भरोसा दिया गया और बताया कि शिकायत पत्र में लगाए गए आरोप के आधार का स्थल ही संबंधित कोर्ट के क्षेत्राधिकार से बाहर है, ऐसी स्थिति में इस कोर्ट में मामले की सुनवाई नहीं होनी चाहिए। इस दावे पर ही कोर्ट में बहस के उपरान्त ही अग्रेतर कार्रवाई संभव है।