“नालंदा जिले में बीते 11 अक्टूबर 2017 को परवलपुर थाना क्षेत्र से एक 12 चक्का ट्रक जिस पर लगभग 20 टन गेहूं लदा हुआ था। जिसे 9 से 10 की संख्या में बोलोरो सवार अपराधियों ने लूट कर दो ट्रैक्टरों के जरिये नवादा जिला के वारसलीगंज बाजार में बेच दी गई थी।”
बिहारशरीफ (राजीव रंजन)। घटना में संलिप्त अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी के लिए नालंदा पुलिस अधीक्षक ने हिलसा DSP प्रवेंद्र भारती के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। जिसमें एकंगरसराय पुलिस निरीक्षक विनय कुमार, पुलिस निरीक्षक हिलसा रतन किशोर झा, परवलपुर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार, थरथरी थाना अध्यक्ष आशुतोष कुमार, एकंगरसराय थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार एवं जिला सूचना इकाई के पदाधिकारी शामिल थे।
नालंदा पुलिस अधीक्षक के तकनीकी अनुसंधान के आधार पर अपराधकर्मियों की शिनाख्त किया गया और इस कांड में लूटे गए ट्रक को जमुई जिला से बरामद किया गया।
बताते चलें की टीम द्वारा लगातार कांड में संलिप्त अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की जा रही थी। इसी दौरान दिनांक 20 अक्टूबर 2017 को करीब 12:30 बजे रात को परवलपुर थाना क्षेत्र के सोनचरी मोड़ पर से कुछ लोगों को संदेहास्पद अवस्था में पाया गया।
परवलपुर थाना अध्यक्ष और सशस्त्र बल के द्वारा रात्रि में गाड़ी को रोककर इनकी शिनाख्त करने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस को देखते ही अपराधी भागने लगे। जिसमें पुलिस बल के सहयोग से चार खदेड़ कर पकड़ा गया। शेष अंधेरे का लाभ उठा भागने में सफल रहे।
पुलिस द्वारा दबोचे गये अपराधियों की पहचान हिलसा थाना क्षेत्र के बरखनदा गांव निवासी टूशन कुमार उर्फ टूलन पिता गंगा गोप, थरथरी थाना क्षेत्र के त्रिभुवन बीघा गांव निवासी नीतीश कुमार पिता विनय प्रसाद, हिलसा थाना क्षेत्र के काजी बाजार निवासी रोहित कुमार उर्फ खोपड़िया पिता रमेश महतो, एकंगर सराय थाना क्षेत्र के दुर्गा निवासी सूरज कुमार उर्फ राजू पिता सत्येंद्र मिस्त्री शामिल है।
इन अपराधियों के पास से तीन देसी पिस्तौल, 5 जिंदा कारतूस, 4 मोबाइल, 3 पीस पान पराग, एक पुरिया तुलसी बरामद किया गया।
सभी अपराधकर्मियों ने यह स्वीकार किया कि दिनांक 11 अक्टूबर 2017 को गेहूं के ट्रक लूटने में शामिल है और इन सभी घटनाओं का मास्टरमाइंड जहानाबाद जेल में बंद अपराध कर्मी कुंदन कुमार के इशारे पर घटना को अंजाम दिया था। अपराधियों ने यह भी बताया कि इस गेहूं लूट कांड में कुल 11 अपराधी शामिल थे।
इन अपराध कर्मियों का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास है। भागने वाले अपराधियों की भी शिनाख्त की जा चुकी है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापामारी जारी है।