पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज ब्यूरो)। बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की राजद आज 22 साल की हो गई। राजद के 22वें स्थापना दिवस पर भले ही लालू प्रसाद यादव शामिल नहीं हुए, लेकिन इस मौके पर दोनों भाइयों की उपस्थिति साफ संकेत दे रही थी कि सता अधिकार की लड़ाई बड़े भाई तेज प्रताप के बीच नहीं है।
इस मौके पर तेज प्रताप ने अपने भाई तेजस्वी यादव को मुकुट ही नहीं पहनाया बल्कि आशीर्वाद भी दिया। राजद के स्थापना दिवस पर पार्टी के लगभग सभी वरिष्ठ नेता कार्यकर्ता तथा समर्थकों की उपस्थिति देखी गई।
राष्ट्रीय जनता दल का 22वां स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम पटना स्थित पार्टी मुख्यालय पर मनाया गया। इस अवसर पर लालू के पुत्र तेज प्रताप व तेजस्वी यादव ने पूरे कार्यक्रम को संबोधित किया।
तेज प्रताप यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि तेजस्वी को अभी और आगे बढ़ना है, बढ़ते जाना है, जो लोग जलते है जलने दीजिए। हम आशीर्वाद देंगे। तेजस्वी को मुकुट पहनाएंगे।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि कुछ लोग दरारे पैदा करते रहते हैं ।हम दोनों भाइयों के बीच सब कुछ ऑल द वेस्ट है।
वहीं स्थापना दिवस के समारोह में तेजस्वी यादव ने भी मोर्चा संभाला। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जदयू पर काफी हमलावर दिखें।
उन्होंने कहा कि नीतीश चाचा को राजनीतिक बुखार हो गया है। हमें नीतीश चाचा और कुर्सी से कोई लालच नहीं है। महागठबंधन ने उनके लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं। जनता ने जिसे ठुकरा दिया उसे हम नहीं अपना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग धारणा बना रहे हैं कि जेडीयू जब तक महागठबंधन में वापसी नहीं करेंगी, तब तक हम बीजेपी को हरा नहीं सकते। बिहार में कितने उपचुनाव हुए उसमें उनकी हार हुई कि नहीं।
प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को ऑफर देते हुए कहा कि आप राजनीति से रिटायर्ड हो जाएं। जदयू को हम समर्थन देंगे।
पूर्व डिप्टी सीएम ने मीडिया को भी घेरते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ़ टीआरपी चाहिए। किसानों की बदहाली पर उनकी नजर नहीं जाती।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए और पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए तेजस्वी ने कहा कि हो सकता है बीजेपी हमारे चाचा को अंत में आकर डंप न कर दे। लोकसभा चुनाव के साथ बिहार का चुनाव भी एक साथ हो सकता है। इसलिए आप तैयार हो जाइए। आप जनता के बीच जाकर चुनाव की तैयारी शुरू कर दीजिए।
राजद के 22 वें स्थापना दिवस पर दोनों भाइयों का साथ होना राजद के नेताओं तथा कार्यकर्ताओं के लिए एक राहत की बात होंगी।